नई मुंबई। भारतीय कप्तान विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने सोमवार को अपने शिष्य के मैदान पर व्यवहार का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने कभी आक्रामकता और दुर्व्यवहार के बीच की रेखा को नहीं लांघा।
शर्मा ने कहा, ‘जब वह (कोहली) अच्छा प्रदर्शन करता है तो देश के लिए उनकी इसी आक्रामकता की सभी सराहना करते हैं। मेरा मानना है कि आक्रामकता उनका मजबूत पक्ष है। लेकिन आक्रामकता और बदतमीजी के बीच एक रेखा है। उन्होंने कभी उस रेखा को पार नहीं किया। आक्रामकता उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करती है।’
शर्मा बैंक ऑफ बड़ौदा के कोच है और वह यहां चल रहे डीवाई पाटिल टी20 कप से इतर बात कर रहे थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में दूसरे टेस्ट मैच के दौरान विरोधी टीम के कप्तान केन विलियम्सन के आउट होने पर कोहली ने जमकर जश्न मनाया और दर्शकों की तरफ इशारा करके चुप रहने के लिए कहा।
कोहली इस सीरीज में 2 मैचों की 4 पारियों में केवल 38 रन ही बना पाए। न्यूजीलैंड दौरे में तीनों प्रारूपों में वह 218 रन ही बना सकते जिसमें एक अर्द्धशतक शामिल है।
शर्मा ने कहा, ‘हर खिलाड़ी बुरे दौर से गुजरता है। चिंता की कोई बात नहीं है। वह बहुत अच्छा खिलाड़ी है और जानता है कि क्या गलत हो रहा है। हम इस पर बात कर चुके हैं। वह जल्द वापस करेगा।’