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'जाने कहां गए वो दिन', इंडीज के पूर्व दिग्गज अभी भी एक फैन की तरह है मायूस

'जाने कहां गए वो दिन', इंडीज के पूर्व दिग्गज अभी भी एक फैन की तरह है मायूस
, मंगलवार, 4 जुलाई 2023 (13:02 IST)
वेस्टइंडीज क्रिकेट West indies Cricket के ‘निरंतर पतन’ ने इयान बिशप Ian Bishop को अतीत की उन बड़ी कंपनियों की याद दिलाई जो समय के साथ बदलाव नहीं ला पाईं और अपने पुराने गौरव को दोबारा कभी हासिल नहीं कर पाईं।

दो बार के पूर्व चैंपियन वेस्टइंडीज के स्कॉटलैंड के खिलाफ विश्व कप क्वालीफायर में शिकस्त के साथ 48 साल में पहली बार विश्व कप में जगह बनाने से चूकने पर यह पूर्व तेज गेंदबाज किसी अन्य कैरेबियाई क्रिकेट प्रेमी के जितना ही निराश है।बिशप का मानना है कि वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों की मौजूदा पीढ़ी पर अंगुली उठाना गलत होगा क्योंकि पतन की शुरुआत काफी पहले हो गई थी।

बिशप ने माना इंडीज के पास नहीं था कोई विजन

बिशप ने ‘ईएसपीएन क्रिकइंफो’ से कहा, ‘‘हां, यह निरंतर पतन रहा है। मैं हमेशा से कहता आया हूं कि यह मौजूदा खिलाड़ियों के समय से पहले ही बात है। हमने संभवत: एक दशक से शीर्ष देशों के खिलाफ लगातार अच्छा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है। दो बार चैंपियन रहने के बाद टी20 टीम के प्रदर्शन में भी गिरावट आई।’’

वेस्टइंडीज के लिए 161 टेस्ट और 118 एकदिवसीय विकेट चटकाने वाले बिशप का मानना है कि कोई ‘विजन’ नहीं होना इस स्थिति में पहुंचने के सबसे बड़े कारणों में से एक है।

बिशप ने कहा, ‘‘जैसे एक समय कुछ बड़ी कंपनियां शीर्ष पर थी लेकिन इसके बाद मुझे लगता है कि शायद विजन नहीं होने या इसे आप जो भी कहो उसके कारण वे व्यवसाय से बाहर हो गईं। (दो बार के विश्व चैंपियन) वेस्टइंडीज के साथ भी ऐसा ही हुआ जिन्होंने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को लोकप्रिय बनाया।’’

बिशप ने स्पष्ट किया कि अगर वेस्टइंडीज की टीम शीर्ष स्तर पर वापसी करने में सफल भी रहती है तो उसका दबदबा वैसा नहीं होगा जैसा चार या तीन दशक पहले हुआ करता था और इसका कारण सिर्फ क्रिकेट से नहीं जुड़ा है।
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उन्होंने कहा, ‘‘हम कभी उस तरह का दबदबा नहीं बना पाएंगे जैसा 1980 के दशक में और 1990 के दशक के पहले हाफ में बनाया। मुझे लगता है कि दुनिया भर की अन्य टीमें काफी अच्छी हैं। कैरेबियाई देशों में हमारे सामने गंभीर आर्थिक चुनौतियां हैं जिसे दुनिया भर के अधिकारियों को देखना है।’’

इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि हमारे पास अगली बार बेहतर करने का मौका होगा। आप जिंबाब्वे का ही उदाहरण लीजिए, उन्होंने जिन परेशानियों का सामना किया और अब इस टूर्नामेंट में कितना अच्छा प्रदर्शन किया।’’

बिशप ने क्रिकेटरों से व्यावहारिक बनने की अपील की।उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह अलग समय है। सर विवियन रिचर्ड्स, गोर्डन ग्रीनिज, डेसमंड हेन्स और क्लाइव लॉयड को जिन चीजों ने प्रेरित किया उनकी तुलना में अब प्रेरणा अलग है और मैं इसे स्वीकार करता हूं।’’

बिशप ने कहा, ‘‘अगर यह वित्तीय और आर्थिक रूप से जुड़ा है तो हमें इसे स्वीकार करना होगा और अनुभव देना होगा तथा मंच तैयार करना होगा जिससे खिलाड़ी इसकी ओर आकर्षित हो पाएं।’’
वेस्टइंडीज के लिये खेलने का गौरव लौटाना होगा , कहा ग्रीनिज और गार्नर ने

वेस्टइंडीज क्रिकेट के सुनहरे दौर के साक्षी रहे पूर्व खिलाड़ियों को टीम का 2023 आईसीसी विश्व कप के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाना बुरी तरह खल रहा है।महान क्रिकेटर गॉर्डन ग्रीनिज और जोएल गार्नर को पता है कि विश्व कप जीतने का अनुभव कैसा होता है। वे 1979 में इंग्लैंड को हराकर लाडर्स पर खिताब जीतने वाली कैरेबियाई टीम का हिस्सा थे।

पीटीआई के संपर्क करने पर ग्रीनिज ने कहा ,‘‘ आजकल मैं बहुत ज्यादा क्रिकेट नहीं देखता हूं , खासकर सीमित ओवरों का क्रिकेट। पहले वेस्टइंडीज टीम की हार पर बहुत दुख होता था लेकिन अब नहीं क्योंकि इतने साल में हमारा स्तर काफी गिर गया है।’’उन्होंने कहा ,‘ ‘ वेस्टइंडीज के बिना विश्व कप की कल्पना हालांकि मुश्किल है । अब टीम में गहराई नहीं रह गई है।’’
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खिलाड़ियों के पास अन्य विकल्प मौजूद

गार्नर ने कहा ,‘‘ हम वह नहीं रह गए हैं जो पहले थे। पहले वेस्टइंडीज के लिये खेलने में खिलाड़ी गर्व महसूस करते थे। यही हमारी प्रेरणा थी। अब युवा खिलाड़ी टी20 लीग को तरजीह देते हैं। उनका कोई दोष नही। हर किसी को आर्थिक सुरक्षा चाहिये।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ हमारी पीढी को इतना पैसा नहीं मिलता था। पैसा काउंटी क्रिकेट से आता था लेकिन आज के क्रिकेटरों के पास कमाई के कई साधन है। उन्हें दोष नहीं दिया जा सकता। वेस्टइंडीज के लिये खेलने का गौरव वापिस लौटाना होगा।’’

वेस्टइंडीज टीम जब 2022 टी20 विश्व कप के सुपर 12 चरण में नहीं पहुंच सकी थी, तब क्रिकेट वेस्टइंडीज के तत्कालीन अध्यक्ष रिकी स्केरिट ने पूरी जांच और बदलाव का वादा किया था। उसके बाद से भी हालांकि बहुत कुछ नहीं बदला है और स्केरिट निराश है।

उन्होंने कहा,‘‘ वेस्टइंडीज को विश्व कप में जगह नहीं बना पाता देखकर दुख हो रहा है। हमारा इतना गौरवशाली इतिहास रहा है और यह देखना दुखद है।’’गार्नर ने कहा ,‘‘ एक सही तंत्र खड़ा करना होगा ताकि युवा खिलाड़ियों का फोकस और प्रेरणा बनी रहे। सभी को यह प्रयास करने होंगे, एक व्यक्ति या वर्ग को नहीं।’’(भाषा)

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