नई दिल्ली। भारत के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा अगले वर्ष होने वाले टी-20 विश्व कप के मद्देनजर युवा खिलाड़ियों को ज्यादा मौके देने के पक्ष में हैं, ताकि उनके खेल को परखा जा सके। रोहित ने बांग्लादेश के खिलाफ रविवार को यहां अरुण जेटली स्टेडियम में होने वाले पहले टी-20 मुकाबले की पूर्व संध्या पर कहा, टीम में कई सारे विकल्प मौजूद हैं। हमें युवा खिलाड़ियों को भी मौका देना चाहिए, ताकि हमें उनके खेल के बारे में पता चल सके।
कप्तान ने कहा, हम उन्हें ज्यादा से ज्यादा मौके देंगे ताकि उनके अंदर सुरक्षा की भावना बनी रहे। कप्तान ने कहा, युवा खिलाड़ियों में आत्मविश्वास पैदा करने के लिए उन्हें मौके मिलने चाहिए। हमारा शीर्ष क्रम काफी मजबूत हैं जबकि 4, 5, 6 और 7 नंबर पर हमें स्थायित्व की जरूरत है क्योंकि पिछले कुछ समय में इन क्रम पर काफी बदलाव किए गए हैं।
उन्होंने मुंबई के विस्फोटक बल्लेबाज शिवम दुबे को मौका देने का संकेत देते हुए कहा, शिवम ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें पहली बार भारतीय टीम में शामिल किया गया है। वैसे टीम के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं। कोई भी किसी भी समय आकर खेल सकता है। मुंबई के 26 साल के ऑलराउंडर शिवम को चोटिल हार्दिक पंड्या की जगह चुना गया है।
बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले शिवम बड़े छक्के जड़ सकते हैं। पिछले साल रणजी ट्रॉफी के मैच में बड़ौदा के खिलाफ शिवम ने बाएं हाथ के स्पिनर स्वप्निल सिंह के एक ओवर में 5 छक्के लगाए थे। शिवम जिस तरह से छक्के लगाते हैं उनमें युवराज सिंह की झलक देखने को मिलती है। शिवम ने विजय हजारे ट्रॉफी में कर्नाटक के खिलाफ 118 रनों की दमदार पारी खेली थी।
उन्होंने इसके लिए 67 गेंदों में 7 चौके और 10 छक्के जड़े थे। खराब फॉर्म से गुजर रहे और टेस्ट टीम में अपना स्थान गंवा चुके ऋषभ पंत का समर्थन करते हुए रोहित ने कहा, टीम मैनेजमेंट पंत को पर्याप्त मौके बांग्लादेश के खिलाफ 3 मैचों की टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में पंत के अलावा संजू सैमसन को भी शामिल किया गया है।
यह पूछे जाने पर कि अंतिम एकादश में किसे मौका मिल सकता है, रोहित ने कहा कि पंत ज्यादा अनुभवी हैं और उन्हें और मौके देने की जरूरत है। रोहित ने कहा, दोनों विकेटकीपर जो हमारी टीम में हैं बेहद ही प्रतिभाशाली हैं। हम पंत के साथ बने हुए हैं, क्योंकि यही वह प्रारूप है जिसने उनको अलग पहचान दी है।
कप्तान ने कहा, हमें अभी कुछ और समय तक उनके साथ बने रहना चाहिए। हमें उन्हें थोड़े और मौके देने की जरूरत है। उन्होंने अभी मुश्किल से 10-15 टी-20 मैच ही खेले हैं। इसलिए मुझे लगता है कि इतनी जल्दी उन्हें परखना थोड़ी जल्दबाजी होगी।