एंटीगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ दो अभ्यास मैचों में धीमी पिचों पर खेलने के बाद भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे का भी मानना है कि मुख्य सीरीज में भी टीम को इसी तरह की पिचों पर खेलना होगा जिसके लिए वे तैयारियों में जुटे हैं।
भारतीय टीम ने ड्रॉ रहे दो अभ्यास मैचों के बाद सोमवार को नेट पर भी जमकर अभ्यास किया और खिलाड़ियों ने विभिन्न संयोजन में खेलते हुये 21 जुलाई से यहां वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू होने जा रहे चार टेस्टों की सीरीज के पहले मैच के लिये अपनी तैयारियों को परखा।
रहाणे ने अभ्यास के बाद तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि मुझे यकीन है कि पहले मैच में एंटीगा की पिच भी सेंट किट्स की तरह ही होने वाली है और इसमें कुछ खास बदलाव नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि वेस्टइंडीज की पिचें भी काफी हद तक भारतीय पिचों की तरह ही हैं और हम काफी समय से इन पर अभ्यास कर रहे हैं।
पिछले अभ्यास मैचों में हमने धीमी पिचों पर खेला है और पहले टेस्ट में भी ऐसी ही पिच रहने की उम्मीद है। वैसे हमें इसके लिए दो तीन दिन का और इंतजार करना होगा। बतौर बल्लेबाज भी सभी ने धीमी पिचों पर खेलने को लेकर चर्चा की है।
रहाणे ने कहा कि बल्लेबाजों ने इन पिचों पर खेलने के लिए काफी चर्चा की है और इन पिचों पर जो बात बल्लेबाजों के लिए मुख्य होगी वह है संयम बरतना। यहां धीमी पिचों पर खेलना चुनौतीपूर्ण है और रन बनाना आसान नहीं होगा, लेकिन आप ध्यान केंद्रित कर और टिककर खेलेंगे तो रन बनाए जा सकते हैं।
गेंदबाजों के लिए भी यहां पर खेलना आसान नहीं है और स्पिनरों की अहम भूमिका रहने वाली है। उन्होंने कहा कि यहां पर गेंदबाजों के लिए भी चुनौतियां हैं, लेकिन अभ्यास मैचों में हमारे गेंदबाजों ने काफी संयम दिखाया और 90 ओवर तक लाइन और लेंथ बनाए रखना जरूरी होगा। पिछले अभ्यास मैच में अमित मिश्रा और रवींद्र जडेजा ने मिलकर काफी अच्छी गेंदबाजी की थी और वेस्टइंडीज में पार्टनरशिप में गेंदबाजी सबसे अहम होगी।
विभिन्न खिलाड़ियों को एकजुटता के साथ टीम में मैनेज करने को लेकर रहाणे ने कोच अनिल कुंबले की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे इस बात से खुश हैं कि कुंबले टीम के मुख्य कोच हैं और वे टीम को साथ लेकर चल रहे हैं तथा उनका अनुभव निश्चित ही टीम के लिए मददगार साबित हो रहा है।
रहाणे ने दक्षिण अफ्रीका सीरीज का जिक्र करते हुए कहा कि इन पिचों पर 20 विकेट लेना आसान नहीं है इसलिए गेंदबाजों को समय देना भी जरूरी है और टीम का बल्लेबाजी क्रम काफी अच्छा कर रहा है और उनका पूरा ध्यान फिलहाल वेस्टइंडीज सीरीज पर लगा हुआ है।
गौरतलब है कि इससे पहले टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि दक्षिण अफ्रीकी सीरीज में टीम से कुछ गलतियां हुई थीं और टीम की कोशिश रहेगी कि विंडीज सीरीज में उसे सुधारा जाए। मेजबान वेस्टइंडीज को चुनौतीपूर्ण बताते हुए अनुभवी बल्लेबाज ने कहा कि हमें अपनी विपक्षी टीम का सम्मान करना चाहिए। टीम के पास कार्लोस ब्रेथवेट, होल्डर, गैबरिएल और बिशू जैसे खिलाड़ी हैं और उनका गेंदबाजी आक्रमण काफी चुनौतीपूर्ण है। हमें अपनी पूरी क्षमता के साथ खेलना होगा। (वार्ता)