Afghanistan vs New Zealand 2nd day Called off without a single ball : अफगानिस्तान और न्यूज़ीलैंड के बीच दूसरे दिन भी गीली आउटफील्ड की वजह से मैच नहीं हो पाया और इस वक्त भारत के शहीद विजय सिंह पथिक खेल परिसर क्रिकेट ग्राउंड का मजाक पूरी दुनिया में बनाया जा रहा है। आजकल फैन्स टेस्ट क्रिकेट का इंतजार भी ठीक उसी तरह करते है जैसे टी20 का इंतजार होता है और इस मैच का इंतजार भी फैन्स को कई दिनों से था, भारत में दोनों टीमों के कई फैन्स हैं।
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच 9 सितम्बर से एक मात्र टेस्ट (One off Test) खेले जाने वाला था जो 10 सितम्बर को भी खराब सुविधाओं के कारण शुरू नहीं हो पाया और आप यह जानकार हैरान हो जाएंगे कि बारिश दो दिन पहले हुई थी, दो दिनों से मैदान पर खिली धूप थी। इसके बाद सोशल मीडिया फैन्स का भारतीय क्रिकेट बोर्ड के प्रति गुस्सा फूट फूट कर निकला, लोगों ने कहा कि दुनिया का इतना अमीर बोर्ड होने के बाद भी ग्राउंड की कंडीशन इतनी खराब कैसे? और अगर ऐसा था तो यह मैच किसी और जगह क्यों नहीं करवाया जा सकता था।
कुछ दूर ही दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में दिल्ली प्रीमियर लीग का आयोजन हुआ, यह लीग तीन हफ्ते चली, इस लीग में भी मैच बारिश के बाद सुविधाओं के साथ अच्छे से करवाए गए तो क्या इस मैच के लिए ऐसे स्टेडियम को होस्ट नहीं बनाया जा सकता था जहां सुविधाएं उपलब्ध हो। अफगानिस्तान क्रिकेट के एक अधिकारी ने कहा कि यह बहुत गलत है, हम यहां कभी वापस नहीं आएंगे। लेकिन भारतीय बोर्ड की चुप्पी इस विषय पर टूटने का नाम नहीं ले रही है। हालांकि इस मैदान पर अफगानिस्तान की टीम 2015 से 2017 कई मैच खेल चुकी है लेकिन बदतर कंडीशन होने पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड को यह सुनिश्चित करना था कि दो मेहमान देशों का मैच अच्छे से करवा सके।
आपको बता दें अफगानिस्तान अपने होम मैच 2015 से भारत में ही खेल रही है। 2015 में BCCI और अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक मेमोरेंडम पर साइन किए थे जिसके मुताबकि अफगानिस्तान ने भारत को अपने होम मैचेस खेलने के लिए चुना था। अफगानिस्तान ने देहरादून, ग्रेटर नोएडा और लखनऊ में मैच खेले लेकिन उन्हें ऐसी दिक्कतों का सामना पहले नहीं करना पड़ा। मैदान से ऐसे दृश्य आ रहे हैं जिनकी वजह से सबसे अमीर बोर्ड का मजाक आज पूरी दुनिया में बन रहा है।
फैन्स कमेंट करते हैं कि हमारा क्रिकेट बोर्ड दुनिया में हमारी बेइजत्ती करवा रहा है जो कि बेहद शर्मनाक बात है। ग्रेटर नॉएडा के ग्राउंड को एक बार प्राइवेट लीग खेलने की वजह से बैन भी किया जा चूका है जिसकी मान्यता बोर्ड से नहीं मिली थी। कॉरपोरेट मैचों के दौरान मैच फिक्सिंग के कारण सितंबर 2017 में बीसीसीआई ने इसे प्रतिबंधित कर दिया था। तब से यहां बीसीसीआई (BCCI) से संबद्ध कोई भी मैच आयोजित नहीं किया गया है।
यह मुद्दा इस वक्त सभी दूर चर्चा का विषय बना हुआ है लेकिन अभी तक बोर्ड के किसी पदाधिकारी का इसपर बयान नहीं आया है लेकिन उन्हें चुप्पी तोड़नी ही होगी वरना मेहमान को भगवान का रूप समझने वाले इस देश के क्रिकेट बोर्ड की बदनामी दुनियाभर में होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला इस मामले को सुलझा पाते हैं या नहीं।