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टीम इंडिया निकली फुस्सी बम, बिलकुल भी नहीं दिखाया दम

साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत के बुरी तरह हारने के 5 कारण

टीम इंडिया निकली फुस्सी बम, बिलकुल भी नहीं दिखाया दम
, शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023 (13:49 IST)
कृति शर्मा
5 reasons why Team India lost IND vs SA 1st Test : टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहले मैच सेंचूरियन में खेला, फेन्स को उम्मीद थी कि Team India इस बार तो साउथ अफ्रीका में साउथ अफ्रीका को हरा देगी क्योंकि इस से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ, लेकिन जीतना छोड़िए जिस तरह से इस टीम ने South Africa के खिलाफ खेला है फेन्स के अंदर टीम के लिए गुस्सा पनपता दिखाई दिया है।

रोहित शर्मा जो वर्ल्ड कप के बाद सीधे यहाँ कप्तानी करते दिखाई दिए और जिनकी कप्तानी की सराहना पुरे वर्ल्ड कप के दौरान हुई, उनकी यहाँ कप्तानी उतनी ही ख़राब नज़र आई। फेन्स के लिए World Cup Final से मिले जख्म भर पाना तो नामुमकिन के बराबर है लेकिन अगर यह मैच टीम इंडिया जीत जाती तो शायद उनके जख्मों पर यह जीत मरहम लगाने का काम करती लेकिन उल्टा इस हार ने उनके जख्मों को और खुरेद दिया है।

हालांकि अभी भी एक मैच बाकी है लेकिन सीरीज जीतना एक अलग ही बात होती। भारत का प्रदर्शन इस मैच में काफी ख़राब रहा लेकिन यह 5 बड़ी वजह है जिनकी वजह से टीम इंडिया के सामने ढेर हो गई और एक पारी और 32 रनों से हार गई।  
 
1 शीर्ष क्रम (Top Order) :  टीम को अच्छी शुरुआत देना, एक मजबूत नीव खड़ी करना टॉप आर्डर का काम होता है लेकिन टीम इंडिया का टॉप आर्डर दोनों ही पारियों में फैल रहा। Boxing Day की शुरुआत से ही चीजें भारत के पक्ष में नहीं जा रही थीं, भारत के शीर्ष क्रम ने अपने विकेट बहुत सस्ते में खो दिए।

कप्तान रोहित शर्मा 5, यशस्वी 17 और शुभमन गिल 2 रन बनाकर आउट हुए। असफल प्रदर्शन ने आने वाले बल्लेबाजों पर दबाव डाला। दूसरी पारी में Rohit Sharma शून्य पर आउट हो गए, Yashasvi Jaiswal ने 5 रन बनाए, इन दोनों ने पहले टेस्ट मैच में कुल मिलाकर केवल 27 रन बनाए, जिससे South Africa के गेंदबाजों के सामने बड़ी कमजोरी सामने आई।
 
2. रोहित शर्मा की असफल कप्तानी (Rohit Sharma's Failed Captaincy)  : वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा की कप्तानी जितनी अच्छी रही उतनी ही ख़राब उनकी कप्तानी इस मैच में रही। वे एक तरह Clueless दिखाई दे रहे थे। ऐसा लग रहा था कि वर्ल्ड कप में मिली हार का बुरा Hangover अभी भी उनपर सवार था। Bowling Choices, Fielding Placements सारे निर्णय भारत के पक्ष में नहीं गए। 
 
 
3. अनुभवी बल्लेबाजों का न होना (Exclusion of experienced batters) : Test Cricket क्रिकेट का सबसे बड़ा प्रारूप है, आपको परिस्थितियों को पढ़ना होता है, उन्हें जानना होगा और जब तक आप टीम के लिए अच्छे रन बना सकते हैं तब तक वहां बने रहने की इच्छाशक्ति होनी चाहिए और धैर्य अनुभवों से भी आता है। Ajinkya Rahane और Cheteshwar Pujara जैसे Experienced Batters के बाहर होने से टीम के साथ कई Fans भी आश्चर्यचकित थे। टीम की बल्लेबाजी को देख ऐसा लग रहा था कि पुजारा या रहाणे बल्लेबाजी के लिए मुश्किल सेंचुरियन पिच पर अधिक चतुराई से बल्लेबाजी कर सकते थे।
 
4. असफल युवा बल्लेबाज (Failed Youngsters) : Shubman Gill और Yashasvi Jaiswal दोनों ही युवा बल्लेबाज इस सीरीज में फेल रहे। श्रेयस अय्यर भी कुछ अलग नहीं कर पाए। भारत ने एक दशक से अधिक समय में पहली बार अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के बिना कोई टेस्ट मैच खेला। और टॉप 5 में 3 अनुभवहीन बल्लेबाजों को रखना भारत के पक्ष में ज़रा भी जाता नहीं दिखाई दिया।

टेस्ट से पहले, कोच राहुल द्रविड़ (Rohit Sharma) ने कहा कि बेहतर बल्लेबाजी से जीत मिलेगी, और भारत बिल्कुल भी बेहतर बल्लेबाजी करने वाली टीम नहीं दिखी। युवा बल्लेबाजों के साथ बल्लेबाजी कर रहे रोहित शर्मा तो बिलकुल भी इंटरेस्टेड नहीं नज़र आए। अगर यशस्वी या गिल को रोहित का साथ मिलता तो शायद चीज़ें कुछ अलग हो सकती थी।  
 
 
5. दक्षिण अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ (SA Pacers) : दक्षिण अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ आग उगल रहे थे, पहली पारी में, ऐसा लग रहा था कि यह एक तरफा मामला है जब KL Rahul ने 100 रन बनाए और अपनी टीम को सम्मानजनक स्कोर पर ले गए, जबकि Kagiso Rabada ने 5 विकेट लेकर पहली पारी में अपने 500 अंतरराष्ट्रीय विकेट पूरे किए और Debutant Nandre Burger ने भी काफी प्रभावित किया। ऐसा लग रहा था जैसे उन्हें टीम इंडिया के डर और कमजोरी का एहसास हो गया था और उन्होंने रणनीति पर बखूबी अमल करते हुए टीम इंडिया को पारी और 32 रनों से हरा दिया। 

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