Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

मार्च 2023 तक इस्पात की कीमतें घटकर 60,000 रुपए प्रति टन पर आने का अनुमान

Webdunia
सोमवार, 9 मई 2022 (17:17 IST)
मुंबई। पिछले 2 साल लगातार उछाल के बाद अब इस्पात कीमतों में ठहराव आ रहा है। घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की एक रिपोर्ट से यह अनुमान लगाया गया है कि कमजोर सीजन के चलते इस्पात का दाम चालू वित्त वर्ष (2022-23) के अंत तक लगभग 60,000 रुपए प्रति टन पर कारोबार कर सकता है, जो पिछले महीने 76,000 रुपए प्रति टन के शिखर पर था।
 
क्रिसिल ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा कि आपूर्ति में व्यवधान, विश्व स्तर पर कॉर्बन कटौती के उपायों को लेकर जारी अनिश्चितता, विशेष रूप से चीन में और रूस-यूक्रेन युद्ध से उत्पन्न भू-राजनीतिक जोखिम के कारण कीमतें अभी भी ऊंची बनी हुई हैं जिसके चलते कच्चे माल की लागत बढ़ गई है।
 
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले महीने मानसून की शुरुआत से कीमतों में 'करेक्शन' की संभावना है। उस समय निर्माण कार्यों के लिए इस्पात की मांग में कमी आएगी। ऐसे में घरेलू मिलों को निर्यात की तुलना में घरेलू स्तर पर निचला प्रीमियम प्राप्त होगा।
 
एजेंसी के एसोसिएट निदेशक कौस्तव मजूमदार के अनुसार मानसून और कम आकर्षक निर्यात के कारण कमजोर मांग के सीजन की शुरुआत का मतलब है कि घरेलू स्तर पर इस्पात की कीमतें नीचे आएंगी। मार्च 2023 तक इस्पात का दाम घटकर 60,000 रुपए प्रति टन तक आ सकता है। यह पिछले महीने हासिल 76,000 रुपए प्रति टन के स्तर से काफी कम होगा।

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

क्‍या अब लुटियंस दिल्‍ली में रहती हैं पूर्व पीएम शेख हसीना, बांग्‍लादेश में क्‍यों नहीं थम रहा बवाल?

पहले दोस्त से सुहागरात का वीडियो बनवाया, फिर करने लगा ब्लैकमेल

शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय को दिग्विजय सिंह की नसीहत

बाल संत अभिनव अरोड़ा से गुस्‍साए स्वामी रामभद्राचार्य, स्टेज से उतारा-कहा नीचे उतरो

शुक्रवार को फिर मिली 25 से ज्‍यादा विमानों को बम से उड़ाने की धमकी

सभी देखें

नवीनतम

लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू लिया जाना पड़ा महंगा, पंजाब पुलिस के 7 कर्मी निलंबित

राष्ट्रपति मुर्मू ने रायपुर के जगन्नाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना

राजस्थान के करौली में नायब तहसीलदार का शव पेड़ से लटका मिला

गुलमर्ग हमले में आतंकियों ने पहली बार किया था रॉकेट का इस्‍तेमाल

दिल्ली में वायु गुणवत्ता में हुआ सुधार, AQI 270 दर्ज

આગળનો લેખ
Show comments