सिलिकॉन वैली बैंक के बाद सिग्नेचर बैंक ने भी खुद को दिवालिया घोषित कर दिया। अमेरिका के टॉप 2 बैंकों ने मात्र 3 दिनों में खुद को दिवालिया घोषित किया। 2008 में वॉशिंगटन म्युचुअल के रातों-रात दिवालिया घोषित होने के बाद 2023 में यह सबसे बड़ी घटना के रूप में देखा जा रहा है। दूसरी ओर, अमेरिका में आर्थिक मंदी को लेकर लोग चिंतित है।
सिग्नेचर बैंक ने भी दिवालिया घोषित कर दिया है। फिलहाल, फैड्रल डिपोजिट इंशोरेंस कॉर्पोरेशन (FDIC) द्वारा सिग्नेचर बैंक को नियंत्रण में लिया गया है। अमेरिका की फॉर्ब्स मैग्जीन में टॉप नंबर हासिल करने के केवल 5 दिनों बाद भी SVB बैंक ने दिवालिया घोषित किया।
दरअसल, इसका कारण है अमेरिका में ब्याज दरों का बढ़ना जिसका सीधा असर बैंकों पर देखने को मिल रहा है। अमेरिका की सरकार ने डिपोजिटर्स को आश्वासन दिलाया है कि उन्हें पूरा पैसा मिलेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ट्रेजरी डिपार्टमेंट और उनके इकोनॉमिक एडवाजर्स को सिलिकॉन वैली बैंक के दिवालिया होने के पीछे के कारणों का पता करने के लिए कहा गया है एवं बैंक की असफलता के पीछे के लोगों को जवाबदार ठहराया जाएगा।
दूसरी ओर, सिलिकॉन वैली बैंक के दिवालिया होने के बाद HSBC बैंक द्वारा सिलिकॉन बैंक की ब्रिटेन इकाई के अधिग्रहण का निर्णय लिया गया। बैंक ऑफ इंगलैंड ने सोमवार को अपने बयान में कहा कि प्रुडेंशियल रेग्युलेशन अथॉरिटि (PRA) और फाइनेंशियल कंडक्ट अथॉरिटि (FCA) ने सिलिकॉन वैली बैंक की ब्रिटेन इकाई को ब्रिटेन के HSBC को बेचने का फैसला लिया गया। ब्रिटेन के सेंट्रल बैंक ने कहा कि यह कदम SVBUK को स्थिर रखने और बैंकिंग सर्विसेस को जारी रखने के लिए उठाया गया है।
एचएसबीसी होल्डिंग्स ने सिलिकॉन वैली बैंक की ब्रिटेन स्थित इकाई का अधिग्रहण एक पाउंड में किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह बैंक र्स्टाटअप्स से डिपोजिट भी लेता था और उन्हें लोन भी प्रदान करता था। सिलिकॉन बैंक ने स्टार्टअप्स में निवेश भी किए है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिलिकॉन वैली बैंक की ब्रिटेन इकाई पहले की तरह ही संचालित होगी। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने कहा कि ग्राहकों को अधिग्रहण के बाद कोई बदलाव महसूस नहीं होगा। उन्होंने बताया कि पहले की तरह ही ग्राहक सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे और लोन लेने वाले अपना लोन चुका सकेंगे। बैंक के कर्मचारियों की नौकरियां नहीं जाएंगी।