Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

सस्ते पेट्रोल-डीजल ने बिगाड़ा 'त्योहार', 300 पेट्रोल पंपों को 12 करोड़ का नुकसान

Webdunia
मंगलवार, 9 नवंबर 2021 (10:34 IST)
इंदौर। पेट्रोल और डीजल पर केंद्र और राज्य सरकारों ने एक्साइज ड्यूटी और टैक्स में कटौती कर जनता को भले ही दीपावली का तोहफा दे दिया है लेकिन अचानक लिए गए इस फैसले से पेट्रोल पंप संचालकों का त्योहार बिगड़ गया। एकाएक हुई भारी-भरकम कटौती से इंदौर के 300 पेट्रोल पंपों को करीब 12 करोड़ रुपए का नुकसान आंका गया है। इंदौर ही नहीं, देश के पेट्रोल डीलर्स को इससे 3000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
 
पेट्रोल पंप संचालकों ने पेट्रोलियम कंपनियों और सरकार से नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। इंदौर और प्रदेश के पंप संचालक इस मामले में आंदोलन की भी तैयारी कर रहे हैं। 
 
उल्लेखनीय है कि 3 नवंबर को केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती की घोषणा की थी। 4 नवंबर को प्रदेश की शिवराज सरकार ने भी वैट और एडिशनल टैक्स कटौती का ऐलान कर दिया। 4 और 5 नवंबर की तारीख में लागू हुई कटौती से लोगों के लिए डीजल करीब 17 रुपए और पेट्रोल करीब 11.60 पैसे सस्ता हो गया। पेट्रोल पंप संचालकों पर यह कटौती भारी पड़ गई।
 
दिवाली पर रहता है सबसे ज्यादा स्टाक : इंदौर पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह वासु के अनुसार दीपावली के एक दिन पहले से एक दिन बाद तक पेट्रोल और डीजल का परिवहन करने वाले टैंकरों का संचालन नहीं होता। ऐसे में दीपावली के समय सभी पेट्रोल पंपों पर ईंधन का सबसे ज्यादा स्टाक रहता है। 
 
ऐसे में हर पेट्रोल पंप पर तीन दिनों की जरुरत के हिसाब से एक्स्ट्रा स्टाक रखा जाता है। खास बात ये है कि ईंधन खरीदने के लिए पंप संचालकों को एडवांस पेमेंट करना होता है। ताजा मामले में हुआ ये कि पंप वालों ने ज्यादा टैक्स और ड्यूटी चुकाकर महंगा ईंधन खरीदा। अब हमें उस महंगे ईंधन को कम दामों पर बेचना पड़ रहा है।
 
पंप संचालकों की परेशानी ये है कि सरकार और पेट्रोलियम कंपनियों ने हमसे तो पहले ही पुरानी दरों से टैक्स ले लिया है। जब दर कटौती हुई तब इंदौर के पेट्रोल पंपों पर करीब 80 लाख लीटर ईंधन का स्टाक था। इस लिहाज से पंप संचालकों को 10 से 12 करोड़ का घाटा हुआ। हमने पेट्रोलियम कंपनियों को पत्र लिखा है कि हमसे लिए गए ज्यादा टैक्स को लौटाया जाए।
 
 इसी तरह एक्साइज ड्यूटी की वापसी के लिए तेल कंपनियों को और वैट व एडिशनल टैक्स की वापसी के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा है।
 
Koo App
पेट्रोल-डीजल पर वैट के संबंध में - ”केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बड़ी है, उन जिम्मेदारियों को पूरा करने के बाद भी केंद्र सरकार ने जनता को राहत देने की पहल की, आम जनता ने इसका स्वागत किया लेकिन विपक्षी दल केवल विरोध करते रहे क्योंकि उन्हें जनता की कोई परवाह नहीं है।” गौरव भाटिया राष्ट्रीय प्रवक्ता भाजपा - Gaurav Bhatia (@gauravbhatia) 9 Nov 2021
 

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

महाराष्ट्र में कौन बनेगा मुख्यमंत्री, सस्पेंस बरकरार, क्या BJP फिर लेगी कोई चौंकाने वाला फैसला

संभल हिंसा पर कांग्रेस का बयान, बताया BJP-RSS और योगी आदित्यनाथ की साजिश

Delhi Pollution : दिल्ली में प्रदूषण घटा, 412 से 318 पर पहुंचा AQI

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

Maharashtra Assembly Election Results 2024 : महाराष्ट्र में हार शरद पवार ने तोड़ी चुप्पी, EVM को लेकर दिया बयान

આગળનો લેખ
Show comments