नई दिल्ली। आर्थिक मंदी के दौर में जब बाजार में चारों और सुस्ती का माहौल रहता है तो अकसर निवेशकों में हड़बड़ी का माहौल दिखाई देता है। छोटे निवेशक घबराकर अपना पैसा निकाल लेते हैं। हालांकि इस दौर में भी संभलकर निवेश किया जाए तो मुनाफा कमाया जा सकता है। मंदी के दौर में निवेश करते समय इन 5 बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए।
लिक्विडिटि का रखें ध्यान : वित्त विशेषज्ञ नीतेश पांडे के अनुसार, मंदी के दौर में निवेशकों को अपनी लिक्विडिटि का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यह दौर आंखें खोलकर निवेश करने का होता है। इस समय कोई भी निवेश वित्तिय सलाहकारों के सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
शेयर बाजार के बजाए म्यूचुअल फंड चुन सकते हैं : म्यूचुअल फंड विशेषज्ञ रमाकांत मुजावदिया ने बताया कि अगर आप शेयर बाजार के उतार चढ़ाव पर बारिकी से नजर नहीं रख पाते हैं तो आपके लिए म्यूचुअल फंड एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें फंड मैनेजर के रूप में एक विशेषज्ञ आपके धन को सही स्थान पर निवेश करता है ताकि बेहतर रिटर्न मिल सके। निवेश जितना लंबे समय के लिए हो उतना ही अच्छा है। अगर आपका विजन 3 से 5 साल का है तो आपको शानदार रिटर्न मिल सकते हैं।
equity के लिए लांग टर्म में जाएं : अगर आप शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में निवेश करने का प्लान कर रहे हैं तो लांग टर्म के लिए निवेश करें। मंदी के दौर में बाजार तेजी से गिरता है ऐसे में शार्ट टर्म निवेशकों को नुकसान की आशंका ज्यादा होती है।
शार्ट टर्म के लिए डेब्ट फंड : अगर आप शार्ट टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए डेब्ट फंड एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें निवेश करने पर नुकसान की संभावना कम होती है।
शेयर बाजार में बैंकिंग और पेंट सेक्टर में संभावनाएं बेहतर : शेयर मार्केट एक्सपर्ट योगेश बागौरा के अनुसार, अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो बैंकिंग सेक्टर और पेंट्स सेक्टर में संभावनाएं बेहतर हैं। बैंकों के विलय के बाद PNB भारत का दूसरा सबसे बड़ा बैंक हो जाएगा और पेटीएम यस बैंक के अधिग्रहण की तैयारी कर रहा है।
दिवाली आ रही है पेंट्स सेक्टर से जुड़े शेयर भी खरीद सकते हैं। हर साल यह अच्छा रिटर्न देते हैं। तेजी में यह शेयर भागते हैं और मंदी में ज्यादा गिरते नहीं है।