नई दिल्ली। निवेशकों के हित में एक बड़ा फैसला लेते हुए सेबी ने मुख्य अर्थशास्त्री की नियुक्ति की योजना बनाई है। मुख्य अर्थशास्त्री को कार्यकारी निदेशक के समान वेतन और लाभ मिलेगा। अपनी शोध क्षमता को बढ़ाने के लिए नियामक पहली बार मुख्य अर्थशास्त्री की नियुक्ति करने जा रहा है।
एक अधिकारी ने कहा कि सेबी के निदेशक मंडल की सोमवार को होने वाली बैठक में इस बारे में प्रस्ताव पर विचार विमर्श किया जाएगा। मुख्य अर्थशास्त्री कुल वृहद आर्थिक परिदृश्य विश्लेषण के लिए जिम्मेदार होगा। इसके अलावा यह अधिकारी शोध एवं डेटाबेस प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत करने और नियमनों तथा रणनीति पर भी काम करेगा।
वेतन, भत्ते और लाभ के मामले में मुख्य अर्थशास्त्री का पद सेबी के कार्यकारी निदेशक के बराबर होगा। मुख्य अर्थशास्त्री की नियुक्ति तीन साल के लिए होगी और उसे 55 लाख रुपए का वार्षिक वेतन मिलेगा। इस पद के लिए बाहरी और सेबी के अधिकारी आवेदन कर सकते हैं।
फिलहाल नियामक की एक प्रतिबद्ध शोध टीम है जो आर्थिक नीति एवं विश्लेषण विभाग के तहत काम करती है। यह टीम समूचे पूंजी बाजार की सांख्यिकी का रिकार्ड रखती है, मासिक और वार्षिक रिपोर्ट का प्रकाशन करती है। साथ ही देश तथा प्रतिभूति बाजारों तथा आर्थिक परिदृश्य पर रिपोर्ट छापती है।
सेबी का मानना है कि मौजूदा संसाधनों का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने के लिए मुख्य अर्थशास्त्री की नियुक्ति करने की जरूरत है। (भाषा)