आर्थिक जगत में इस समय बिटकॉइन सुर्खियों में है। ब्लैक मनी, हवाला और आतंकी गतिवि︂धियों के लिए बिटकॉइन का प्रयोग आसानी से हो रहा है। बिटकॉइन के बढ़ते प्रयोग से सुरक्षा एजेंसियां भी चिंता में हैं। भारत में भी बिटकॉइन बनाने और इसका प्रयोग करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। वचुर्अल करेंसी बिटकॉइन की वैल्यू बुधवार को 10 हजार से ज्यादा हो गई थी। पिछले एक वर्ष के दौरान इस मुद्रा में 900 फीसदी का उछाल आया है। भारतीय करेंसी में एक बिटकॉइन 65 हजार रुपए से ज्यादा हो गई है। इस मुद्रा ने दुनियाभर के देशों की बैंकों की नींद उड़ी हुई है।
बिटकॉइन एक नई वर्चुअल करेंसी या कह सकते हैं टेक्नोलॉजी है जिसका इस्तेमाल वैश्वि︂क स्तर पर लेन-देन के लिए किया जा सकता है। कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना किसी मध्यस्था के लेन देन किया जा सकता है। बताया जाता है कि 2008-09 में सतोषी नाकामोतो नामक एक सॉफ्टवेयर डेवलपर बिटकॉइन को प्रचलन में लाया था।
भविष्य की करेंसी ! : वर्तमान में हम पेटीएम या क्रेडिट कार्ड से लेन-देन करते हैं जबकि बिटकॉइन में आप सीधे- सीधे किसी को भी पेमेंट कर सकते हैं। सरल शब्दों में यह आपका डिजिटल पर्स होता है जिसमें आपकी बिटकॉइन रखी होती है जिसे आप किसी दूसरे के पर्स में सीधे डाल सकते हैं। इस करेंसी को क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है जबकि जटिल कम्प्यूटर एल्गोरिथम्स और कम्प्यूटर पावर से इस मुद्रा का निर्माण किया जाता है जिसे माइनिंग कहते हैं। जिस तरह रुपए, डॉलर और यूरो खरीदे जाते हैं, उसी तरह बिटकॉइन को भी खरीदना पड़ता है। ऑनलाइन भुगतान के अलावा बिटकॉइन को पारंपरिक मुद्रा में भी बदला जाता है। एक बिटकॉइन को ऑनलाइन या बाजार में तकरीबन 290 डॉलर में बेचा जा सकता है।
बिटकॉइन का संचालन कम्प्यूटरों के डिसेंट्रलाइज्ड नेटवर्क से किया जाता है। जहां पर ट्रांजेक्शन करने वालों की व्यक्तिगत जानकारियों की जरूरत नहीं होती है। कहा जा सकता है कि यह वन-वे ट्रैफिक होता है। क्रेडिट कार्ड, बैंक ट्रांसफर अगर लेन-देन किया जाता है तो उनका आसानी से पता लगाया जा सकता है। बिटकॉइन में ऐसा संभव नहीं है, क्योंकि इसमें व्यक्तिगत जानकारियां नहीं होती हैं।
कहां से खरीद सकते हैं बिटकॉइन : बिटकॉइन की खरीदी यूनिकॉर्न और कॉइनबेस से ऑनलाइन की जा सकती है। बहुत सारे लोग बिटकॉइन का प्रयोग लेन-देन के लिए करते हैं, वहीं इसकी बढ़ती वैल्यू से लोग इसमें निवेश भी करने लगे हैं।
कितनी सुरक्षित बिटकॉइन : बिटकॉइन में सावधानी जरूरी है। इस पर रिजर्व बैंक जैसे नियामक का नियंत्रण नहीं है। बिटकॉइन पर पर दो वर्ष पहले दिसंबर 2013 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने चेतावनी जारी कर दी थी। इसमें अकाउंट हैक होने का खतरा भी रहता है। पासवर्ड अगर भूल गए तो आपको बड़ा नुकसान हो सकता है। पासवर्ड भूलने के बाद इसकी रिकवरी नहीं हो सकती है, ऐसे में बड़ा नुकसान हो सकता है।
आरबीआई ने वर्चुअल करंसी के ट्रेडर्स और होल्डर्स जिनमें बिटकॉइन भी शामिल है, के यूजर्स को गंभीर फाइनैंशल, ऑपरेशनल और लीगल सुरक्षागत खतरों को लेकर चेतावनी जारी की थी। लेकिन बाद में इसकी 'ब्लॉकचेन' टेक्नॉलजी की प्रशंसा की। ब्लॉकचेन एक डिजिटल प्लैटफॉर्म है जो बिटकॉइन के ट्रांजैक्शंस का पूरा रिकॉर्ड रखता है और जिसे भेद पाना लगभग नामुमकिन है।