Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

मजेदार कविता : ताली खूब बजाएंगे

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
poem elephant and chinti
 
 
चींटी एक आई पूरब से,
एक आ गई पश्चिम से।
हुई बात कानों कानों में,
रुकीं जरा दोनों थम के।
 
बोली एक, कहां जाती हो,
कहीं नहीं दाना पानी।
चलें वहां पर जहां हमारे,
रहते हैं नाना नानी।
 
गर्मी की छुट्टी है दोनों,
चलकर मजे उड़ाएंगे।
नानाजी से अच्छा वाला,
बर्गर हम मंगवाएंगे।
 
कहा दूसरी ने, पागल हो!
वहां नहीं हमको जाना।
हाथी घूम रहा गलियों में,
चलकर उसको चमकाना।
 
'घुसते अभी सूंड़ में तेरी,'
यह कहकर धमकाएंगे।
भागेगा वह इधर उधर तो,
ताली खूब बजाएंगे।
 
(वेबदुनिया पर दिए किसी भी कंटेट के प्रकाशन के लिए लेखक/वेबदुनिया की अनुमति/स्वीकृति आवश्यक है, इसके बिना रचनाओं/लेखों का उपयोग वर्जित है...)

सम्बंधित जानकारी

सभी देखें

जरुर पढ़ें

C-Section के बाद नहीं कम हो रही बैली, इन ट्रिक्स को अपनाने से मिलेगा फायदा

राइस वॉटर से बने इस कोरियन हेयर केयर मास्क से मिलेंगे घर पर ही सलून जैसे सॉफ्ट और सिल्की बाल

क्या बच्‍चों का माथा गर्म रहना है सामान्य बात या ये है चिंता का विषय?

क्लटर फ्री अलमारी चाहिए? अपनाएं बच्चों की अलमारी जमाने के ये 10 मैजिक टिप्स

सर्दियों में खुद को बनाए रखें फिट और तंदुरुस्त, पिएं ये प्राकृतिक हर्बल टी

सभी देखें

नवीनतम

पैरों में झंझनाहट से हैं परेशान? रेस्टलेस लेग सिंड्रोम के हो सकते हैं शिकार

प्रवासी कविता : कवयित्री की जिंदगी की किताब के कुछ पन्ने

Winter Special Diet : वजन घटाने के लिए इन 6 चीजों को जरूर अपने खाने में तुरंत शामिल करें, बनेगा परफेक्ट डाइट प्लान

प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं तो अपनी डाइट लिस्ट से आज ही बाहर करें ये चीजें

भारतीय समाजसेवक ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि, जानें विशेष जानकारी

આગળનો લેખ
Show comments