Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

इन मंत्रों से करेंगे करवा माता की पूजा तो होगा चमत्कार

Webdunia
मंगलवार, 11 अक्टूबर 2022 (12:23 IST)
Karva Chauth Puja ke Mantra 2022: महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं। इस दिन माता पार्वती, करवा माता, शिवजी और चंद्रदेव की पूजा होती है। चंद्रमा को अर्घ्‍य देकर विशेष मंत्र बोलने से मनोकामना पूर्ण होती है। आओ जानते हैं करवा चौथ पूजा के खास मंत्र।
 
करवा चौथ की पूजा इन खास मंत्रों से करें | Karva chauth vrat ka mantra:
 
- करवा चौथ के दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर शिव, पार्वती और करवा माता की पूजा करती हैं।
 
- इस दिन चंद्र दर्शन के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है।
 
- स्तुति मंत्र- 'नम: शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभाम्‌। प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।'
 
- 'ॐ शिवायै नम:' से पार्वती का व 'ॐ नम: शिवाय' से शिवजी का पूजन करें। 
 
- 'ॐ षण्मुखाय नम:' से कार्तिकेय का और 'ॐ गणेशाय नम:' से गणेशजी का पूजन करें।
 
- चंद्रमा को अर्घ्‍य देते समय 'ॐ सोमाय नम:' मंत्र का उच्चारण करें।
 
- चंद्र पूजन मंत्र- 'देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि मे परमं सुखम। रूपं देहि, जयं देहि, यशो देहि द्विषो जहि।'
 
- प्रार्थना मंत्र- 'मम सुख सौभाग्य पुत्र-पौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये।'
 
- उपरोक्त मंत्रों से विधिवत पूजा करने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

सम्बंधित जानकारी

सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Dhanteras Rashifal: धनतेरस पर बन रहे 5 दुर्लभ योग, इन राशियों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा

Shopping for Diwali: दिवाली के लिए क्या क्या खरीदारी करें?

बहुत रोचक है आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की उत्पत्ति की कथा, जानिए कौन हैं भगवान धन्वंतरि?

दिवाली की रात में करें ये 7 अचूक उपाय तो हो जाएंगे मालामाल, मिलेगी माता लक्ष्मी की कृपा

Dhanteras 2024: अकाल मृत्यु से बचने के लिए धनतेरस पर कितने, कहां और किस दिशा में जलाएं दीपक?

सभी देखें

धर्म संसार

27 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

27 अक्टूबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

Kali chaudas 2024: नरक चतुर्दशी को क्यों कहते हैं भूत चौदस, किसकी होती है पूजा?

Bach Baras 2024: गोवत्स द्वादशी क्यों मनाते हैं, क्या कथा है?

गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव कैसे मनाया जाता है?

આગળનો લેખ
Show comments