जम्मू। पुलिस ने पाकिस्तान की ओर से जम्मू अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर ड्रोन से कथित रूप से आतंकवादियों के लिए गिराए गए हथियारों का जखीरा बरामद किया है। जेल में बंद लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर मोहम्मद अली हुसैन उर्फ कासिम उर्फ जहांगीर द्वारा दी गई सूचना के आधार पर ये हथियार बरामद किए।
जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने बताया कि जिस जगह हथियार बरामद हुए, वहां मुठभेड़ के दौरान हुसैन मारा गया। उन्होंने बताया कि पुलिस का एक दल हथियार बरामद करने के लिए हुसैन को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास घटनास्थल पर बुधवार को साथ लेकर गया था, लेकिन उसने एक पुलिसकर्मी की राइफल छीनकर पुलिस दल पर गोलीबारी कर दी।
उन्होंने बताया कि बम निरोधी दस्ते ने हथियारों का पैकेट खोला और उसमें से एक एके-राइफल, एक मैगजीन, 40 राउंड गोलियां, एक पिस्तौल, दो पिस्तौल मैगजीन, 10 राउंड गोलियां और दो ग्रेनेड बरामद किए।
अरनिया सेक्टर में 24 फरवरी को ड्रोन के जरिए हथियार गिराने के एक मामले की जांच के दौरान आतंकवादी का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने बरामदगी अभियान चलाया।
उन्होंने कहा कि जम्मू के एक आरोपी ने खुलासा किया कि ड्रोन गिराने के मामलों में एक पाकिस्तानी कैदी की अहम भूमिका रही है और वह लश्कर एवं अल-बद्र आतंकवादी समूहों का मुख्य सदस्य है। उसे जेल से अदालत लाया गया, जिसने उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस का एक दल मजिस्ट्रेट के साथ घटनास्थल गया और फलियां मंडल इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट स्थित टोफ गांव से जखीरा बरामद किया। जब पैकेट खोला जा रहा था, तो हुसैन ने एक पुलिसकर्मी पर हमला कर दिया और उसकी सर्विस राइफल छीन ली। उसने पुलिस दल पर गोलीबारी की और घटनास्थल से भागने का प्रयास किया।
पुलिस की जवाबी गोलीबारी में आतंकवादी घायल हो गया और उसे एवं घायल पुलिसकर्मी को जम्मू स्थित जीएमसी अस्पताल ले जाया गया, जहां आतंकवादी ने दम तोड़ दिया।