बाबा रामदेव ने सिम कार्ड के बाद बाद स्वदेशी किंभो एप लांच किया है। व्हाटसएप से टक्कर लेने के लिए बाबा ने यह एप तैयार किया है। बाबा रामदेव अब टेक्नो वर्ल्ड में भी पतंजलि के ब्रांड को स्थापित करना चाहते हैं। अचरज नहीं होगा कि बाबा पतंजलि नाम से गैजेट्स भी बनाने लगे।
हम बताते हैं उस शख्स का नाम जिसके दिमाग की उपज यह किंभो एप है। इस किंभो एप का आइडिया 32 साल की सॉफ्टवेयर इंजीनियर अदिति कमल का है, जो गूगल हैंगआउट में टीम लीडर रह चुकी हैं। याहू मेल, ओरेकल में अपनी सेवाएं दे चुकीं अदिति एक स्वदेशी चैटिंग प्लेटफॉर्म बनाना चाहती थीं।
दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से कम्प्यूटर साइंस में एमएससी कर चुकीं अदिति ने एक दशक से अधिक समय तक अमेरिका में काम किया है। अदिति का सपना अपने देश के लिए एक स्वदेशी एप्लीकेशन तैयार करना था। अदिति ने अपना आइडिया पतंजलि के साथ साझा किया।
बाबा रामदेव और उनकी टीम ने तुरंत उन्हें इसके आइडिया के लिए हां कर दी और तैयार हो गया किंभो एप। अदिति का कहना है कि मुझे ऐसा एप बनाना था, जहां डेटा लीक बिलकुल असंभव हो। अदिति स्वदेशी एप से व्हाट्सएप को टक्कर देना चाहती हैं।