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चीन की कंपनी हुवावे को अमेरिका ने किया ब्लैकलिस्ट, बताया राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा

चीन की कंपनी हुवावे को अमेरिका ने किया ब्लैकलिस्ट, बताया राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा
, गुरुवार, 16 मई 2019 (23:15 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिका ने दुनिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम उपकरण निर्माता कंपनी हुवावे पर बुधवार को कड़े प्रतिबंध लगाते हुए उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी कंपनियों को विदेश में बने उन दूरसंचार उपकरणों का उपयोग करने से रोक दिया है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।

यह कदम चीन की दूरसंचार नेटवर्क और उपकरण कंपनी हुवावे को ध्यान में रखकर उठाया गया है और इससे दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में कटुता और बढ़ने के आसार है। हुवावेई ने कदम को अनुचित और अपने अधिकारों का उल्लंघन बताया है।
 
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बाबत बुधवार को एक आदेश पर हस्ताक्षर किए। इस आदेश में सीधे तौर पर किसी कंपनी या देश का नाम नहीं है लेकिन अधिकारी पहले कह चुके हैं कि हुवावे सुरक्षा के लिहाज से 'खतरा' है। अमेरिका ने अपने सहयोगी देशों को उससे (हुवावे) 5 जी दूरसंचार प्रौद्योगिकी के लिए उपकरण नहीं खरीदने के लिए कहा है।
 
राष्ट्रपति का यह आदेश आने वाले दिनों में लागू हो जाएगा। इसके तहत हुवावे को अमेरिकी प्रौद्योगिकी खरीदने के लिए अमेरिकी सरकार से लाइसेंस लेने की जरूरत होगी।
 
वाणिज्य विभाग का आरोप है कि हुवावे की गतिविधियां अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेश नीति के हितों के खिलाफ हैं।
 
इस सूची में शामिल कंपनी या व्यक्ति को अमेरिकी प्रौद्योगिकी की बिक्री या स्थानांतरण करने के लिए बीआईएस के लाइसेंस की जरूरत होती है।
 
यदि बिक्री या स्थानांतरण अमेरिकी सुरक्षा या विदेश नीति को नुकसान पहुंचाने वाला हो तो लाइसेंस देने से मना किया जा सकता है।
 
वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के सहयोग से वाणिज्य विभाग के उद्योग एवं सुरक्षा ब्यूरो ने कार्रवाई करते हुए हुवावे को काली सूची वाली इकाइयों में डाला है।
 
हुवावे दुनिया की सबसे बड़ी दूरसंचार उपकरण निर्माता कंपनी है। वाणिज्य विभाग का फैसला संघीय राजपत्र में प्रकाशित होने के बाद लागू हो जाएगा।
 
रॉस ने कहा कि यह कदम विदेशी स्वामित्व वाली इकाइयों को अमेरिकी प्रौद्योगिकी का उन तरीकों से उपयोग करने से रोकेगा, जो अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेश नीति के हितों को संभावित रूप से कमजोर करते हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप के निर्देश पर यह कदम उठाया गया है।
 
हुवावे ने ट्रंप सरकार की ओर से अमेरिकी कंपनियों को विदेशी दूरसंचार उपकरणों के इस्तेमाल से रोकने पर कहा कि अमेरिका का 'अनुचित प्रतिबंध' उसके अधिकारों का उल्लंघन है।
 
कंपनी ने बयान में कहा कि हुवावे को अमेरिका में कारोबार करने से रोककर अमेरिका बहुत ज्यादा सुरक्षित या मजबूत नहीं होगा बल्कि, यह कदम अमेरिका के लिए नुकसानदेह होगा और उसे अधिक महंगे विकल्प अपनाने होंगे।
 
कंपनी ने कहा कि अमेरिका के अनुचित प्रतिबंध हुवावे के अधिकारों में हस्ताक्षेप करेंगे और अन्य गंभीर कानून मुद्दे खड़े करेंगे।

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