सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (STPI) भोपाल ने 12 अगस्त को नेक्स्ट जेनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम (एनजीआईएस) चुनौती 2.0 स्टार्टअप चैलेंज के लिए महिला उद्यमियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक आउटरीच वेबिनार का आयोजन किया।
पूरे भारत में 12 टियर- II / टियर- III स्थानों में काम कर रहे स्थानीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए एनजीआईएस योजना की अवधारणा की गई है और इस योजना के कार्यान्वयन के लिए भोपाल को एक स्थान के रूप में चुना गया है।
आउटरीच वेबिनार में एसटीपीआई इंडिया के वरिष्ठ निदेशक डॉ. देवेश त्यागी ने कहा कि एनजीआईएस एक भविष्यगामी योजना है जो विभिन्न एसटीपीआई केंद्रों से प्रौद्योगिकी स्टार्टअप को व्यापक समर्थन और लाभ प्रदान करती है। उन्होंने एनजीआईएस चुनौती के पहले चरण के दौरान प्रतिभागियों में देखे गए उत्साह के बारे में विस्तार से बताया और हाल ही में लॉन्च किए गए एनजीआईएस चुनौती 2.0 में महिला उद्यमियों को प्रमुखता दिए जाने पर जोर दिया।
डॉ. रजनीश अग्रवाल, निदेशक एसटीपीआई नोएडा ने स्टार्टअप इको सिस्टम के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से बताया और स्टार्टअप और इनोवेटर्स से इस एनजीआईएस चुनौती 'चुनौती 2.0' में भाग लेने की अपील की। उन्होंने प्रतिभागियों को उन लाभों के बारे में भी बताया, जिनका हाल ही में लॉन्च किए गए चुनौती 2.0 में लाभ उठाया जा सकता है क्योंकि लाभार्थियों के पास एसटीपीआई के राष्ट्रव्यापी मेंटर पूल और एसटीपीआई की लैब तक पहुंच होगी जो एक स्थायी और लाभदायक उद्यम बनने के लिए बढ़ने और उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद करेगा।
एनजीआईएस भोपाल के मुख्य सलाहकार और मेसर्स अप्वाइंटी भोपाल के सीईओ श्री नेमेश सिंह ने अपनी स्टार्ट अप यात्रा और सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों के बारे में बताया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिला उद्यमियों को एनजीआईएस के माध्यम से दिए जाने वाली सहायता से महिला नेतृत्व के तहत सफल उद्यमों का निर्माण कैसे हो सकता है।
मेसर्स एम्पावर इंटीग्रेटेड सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड सह-संस्थापक व चीफ़ टेक्नालजी अधिकारी ममता बकलीवाल ने स्टार्टअप के रूप में तीन दशक पहले अपनी यात्रा और चुनौतियों के बारे में बात की और उन चुनौतियों को अपनी कंपनी स्थापित करने के अवसरों में परिवर्तित किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सफलता का मुख्य मंत्र उच्च दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और व्यावसायिक नैतिकता है। उन्होंने महिला उद्यमियों को अवसर गंवाने से पहले अपने विचारों को स्टार्ट-अप में बदलने के लिए प्रोत्साहित किया।
मेसर्स एनाक्सी डिजिटल रनर, इंदौर की सह संस्थापक सुश्री आरती अग्रवाल ने बायोमेट्रिक स्टार्ट-अप की अपनी यात्रा साझा की, जिसकी उन्होंने सह स्थापना की और एक स्टार्टअप से एक सफल उद्यम में परिवर्तन के दौरान आने वाली चुनौतियों को साझा किया।
उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रतिबद्धता और जुनून सफलता की कुंजी है और सही दिशा प्राप्त करना सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने आगे बताया कि बाजार से जुड़ाव और आपके उत्पाद को बेचने की क्षमता किसी भी व्यवसाय को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण पहलू हैं। उन्होंने युवा महिला स्टार्ट-अप को उद्यमिता के मार्ग को करियर के रूप में चुनने के लिए प्रेरित किया।
मेसर्स काइज़न अकादमी, दिल्ली की सह-संस्थापक और सीईओ सुश्री पलक साबू ने कहा कि सही प्रौद्योगिकी चयन के साथ नवाचार किसी भी व्यवसाय में बने रहने का आधार है। उन्होंने अपनी स्टार्टअप यात्रा की अंतर्दृष्टि को बताया कि कि कैसे वे एक नौकरी की तलाश करने वाले कर्मचारी से एक सफल उद्यमी के रूप में बदल गई, और दृढ़ संकल्प से बाधाओं को अवसरों में परिवर्तित किया है जो एक सफल उद्यमी होने का मंत्र है।
एनजीआईएस योजना की प्रस्तुति एस एच अब्बास मेहदी, संयुक्त निदेशक और ओआईसी-मध्य प्रदेश द्वारा दी गई। एनजीआईएस और चुनौती 2.0 ऑनलाइन चुनौती प्रतियोगिता की मुख्य विशेषता के बारे में बताया
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्टार्टअप, उद्यमी, शिक्षाविद, शोधकर्ता और छात्र बड़ी संख्या में शामिल हुए। 'चुनौती' ऑनलाइन करने के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2021 है और स्टार्टअप्स की अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट https://ngis.stpi.in पर देखा जा सकता है।