इंटरनेट ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है। वर्तमान में इंटरनेट के बिना दुनिया की कल्पना करना मुश्किल है, आज से 30 वर्ष पहले सर टिम बर्नर्स ने वर्ल्ड वाइड वेब WWW की शुरुआत की थी। गूगल ने इंटरनेट के 30 साल सेलेब्रेट करने के लिए खास डूडल भी बनाया है। किसी भी आविष्कार के दो पहलू होते हैं अच्छे और बुरे। ऐसी ही कुछ हैरान करने वाली बातें WWW के जनक सर टिम बर्नर्स ने बताई हैं। उन्होंने इंटरनेट की तुलना डायनामाइट से कर दी है। बर्नर्स ने इंटरनेट के तीन बड़े खतरे भी बताए।
सर टिम बर्नर्स ने इंटरनेट के बारे में ऐसी बातें की हैं, जो हैरान करने वाली हैं। बर्नर्स ने इंटरनेट के गलत इस्तेमाल और डेटा चोरी की बात की है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट को आप डायनामाइट की तरह ले सकते हैं। अलफ्रेड नोबेल ने माइनिंग के लिए डायनामाइट का आविष्कार किया था। हालांकि अब डायनामाइट का गलत प्रयोग खूब किया जाता है। ठीक उसी तरह इंटरनेट का आविष्कार सूचनाओं के आदान-प्रदान करने के लिए किया गया था, जिसका बाद में साइबर क्राइम के तौर गलत प्रयोग किया जाने लगा है।
सर टिम ने कहा कि वेब आज के दौर में पब्लिक स्क्वॉयर, लाइब्रेरी, डॉक्टर ऑफिस, शॉप, डिजाइन स्टूडियो, ऑफिस, सिनेमा, बैंक एवं कई सेवाओं के लिए आवश्यक हो गया है।
WWW के डिजाइनर ने कहा कि हाल के दिनों में इंटरनेट यूजर्स के लिए ये ज्यादा अच्छा नहीं रहा है, लेकिन फिर भी ज्यादा देर नहीं हुई है। ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने वाले सर टिम बर्नर्स ने कहा कि कैंब्रिज अनालिटिका स्कैंडल के बाद लोगों को यह महसूस हो गया है कि उनका डेटा किस तरह मैनुप्यूलेट किया जा सकता है। सर टिम ने कहा कि हैकिंग, डेटा ब्रीच और गलत जानकारियों से लड़ा जा सकता है और इसे ठीक भी किया जा सकता है।
इंटरनेट के तीन बड़े खतरे : इंटरनेट के 30 साल होने पर सर टिम ने एक खुला पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने बताया कि कैसे इंटरनेट ने दुनिया बदली है और बेहतर वेब बनाने के लिए क्या करना होगा। उन्होंने कहा कि वेब का प्रयोग मानवता के लिए होना चाहिए। सर टिम बर्नर्स ली ने अपने ब्लॉग के माध्यम से तीन सोर्स बताए हैं जो मुख्य तौर पर वेब के लिए तीन खतरे हैं- स्टेट स्पॉन्सर्ड हैकिंग और अटैक्स, क्रिमिनल बिहेवियर और ऑनलाइन हैरेसमेंट।
30 साल पहले डिजाइन की थी पहली वेबसाइट : टिम एक ब्रिटिश वैज्ञानिक हैं और इन्होंने ही पहली वेबसाइट भी डिजाइन की थी। 12 मार्च 1989 को सर टिम बर्नर्स ली ने WWW को इनफॉर्मेशन मैनेजमेंट के नाम से सबमिट किया था, इसी को WWW की शुरुआत माना जाता है। 20 दिसंबर 1990 को नेक्स्ट कंप्यूटर पर इन्होंने दुनिया की पहली वेबसाइट लाइव की थी। हालांकि इसे अगस्त 1991 में आम लोगों के लिए लाइव किया गया।