अहमदाबाद:कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के रिंकू सिंह ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ जिस बल्ले से लगातार पांच छक्के जड़कर अपनी टीम को जीत दिलाई वह असल में उनके कप्तान नितीश राणा का था जिन्होंने काफी हिचक के बाद उन्हें यह दिया था।केकेआर की पारी की अंतिम पांच गेंद पर बाएं हाथ के बल्लेबाज रिंकू ने यश दयाल पर लगातार पांच छक्के जड़कर रविवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग मैच में अपनी टीम को यादगदार जीत दिलाई।
राणा ने रविवार को जीत के बाद कहा, यह बल्ला मेरा है (जिसका इस्तेमाल रिंकू ने किया) और (इस सत्र में) मैंने दोनों मैच इसी बल्ले से खेले। मैंने पूरी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और पिछले साल के आखिरी चार या पांच मैच इसकी बल्ले से खेले।उन्होंने कहा, आज (रविवार को) मैंने अपना बल्ला बदला। रिंकू ने मेरा बल्ला मांगा। मैं शुरुआत में अपना बल्ला नहीं देना चाहता था लेकिन कोई यह बल्ला उठा लाया (ड्रेसिंग रूम से)।
केकेआर के कप्तान ने टीम के ट्विटर हैंडल पर कहा, मुझे अहसास था कि वह यह बल्ला चुनेगा क्योंकि यह उठाने में काफी अच्छा लगता है और मेरे वजन के हिसाब से यह बल्ला हल्का है। अब यह बल्ला रिंकू का है, मेरा नहीं।
केकेआर के मुख्य कोच चंद्रकांत पंडित ने भी शानदार बल्लेबाजी के लिए रिंकू सिंह की सराहना की।पंडित ने कहा, कोच, क्रिकेटर, प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के मेरे 43 साल के करियर के दौरान मैंने इससे पहले सिर्फ दो पारियां देखी थी। एक में रवि शास्त्री ने रणजी ट्रॉफी में छह छक्के जड़े थे और दूसरी में जावेद मियांदाद ने दुबई (शारजाह) में अंतिम गेंद में छक्का जड़ा था। इसके बाद मैं तुम्हें (रिंकू को) देख रहा हूं। (भाषा)