राजस्थान रॉयल्स 14 साल बाद आईपीएल फाइनल में पहुंची है। अब अगर राजस्थान को एक बार फिर आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम करनी है तो शीर्ष टीम गुजरात से सामना करना होगा जिससे 2 बार राजस्थान इस आईपीएल में हार चुकी है।
ऐसे में गुजरात के ही घरेलू मैदान नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर गुजरात जैसे सशक्त टीम के खिलाफ जो शक्ति राजस्थान के खिलाड़ियों को प्रेरित करती है वह है टीमके पहले कप्तान शेन वॉर्न के लिए आईपीएल ट्रॉफी जीतना।
गौरतलब है कि आईपीएल शुरु होने से पहले ही शेन वॉर्न का देहांत हो गया था। शेन वॉर्न की अगुवाई में राजस्थान रॉयल्स 2008 में आईपीएल विजेता बनी थी। आईपीएल डेब्यू पर मैच जीतने वाली वह पहली टीम बनी थी। उस टीम के ज्यादातर सदस्य क्रिकेट विशेषज्ञ बन गए हैं वहीं कुछ गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं।
ऐसे में तमात मुश्किलों के बावजूद राजस्थान खिताबी जीत को अपने पहले कप्तान के रूप में समर्पित करना चाहेगी।यह बात खुद कप्तान संजू सैमसन ने पिछले मैच में जॉस बटलर से बातचीत में कह दी थी। इस वीडियो की शुरुआत में जॉस और संजू दोनों लेटकर बातचीत कर रहे थे क्योंकि जॉस बटलर बैंगलोर के खिलाफ शतक जमाकर काफी थक गए थे।
शतक जमाने वाले जॉस बटलर से संजू सैमसन ने पूछा कि उन्हें नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर शतक जमाने का अहसास कैसा लगा। इसके जवाब में जॉस बटलर ने कहा कि इतने बड़े जन समुदाय के सामने शतक जड़ना वाकई अद्भुत अनुभव था। यह दिन भी काफी अच्छा रहा था।
संजू सैमसन की कप्तानी पर जॉस बटलर ने सवाल किया कि उनको कप्तानी का अनुभव कैसा लगा। संजू सैमसन ने कहा कि पिछले सत्र में तो सिर्फ खिलाड़ियो की नब्ज पहचानने में ही समय निकल गया।
अंत में जॉस बटलर ने कहा कि राजस्थान रॉयल्स का पहला कप्तान शेन वॉर्न हमारे बीच में नहीं है लेकिन उनकी विरासत टीम के हर खिलाड़ी में मौजूद रही है। इसके जवाब में संजू सैमसन ने कहा कि शुरुआत से ही हर मैच उनकी याद में खेला गया और अब राजस्थान टीम को उनके लिए एक कदम और आगे बढ़ना है।