बात साल 2015 की है, जब बांग्लादेश की टीम ने इंग्लैंड को वनडे विश्वकप से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। यह लगातार दूसरा वाक्या था जब इंग्लैंड को विश्वकप में बांग्लादेश से हार झेलनी पड़ी थी। साल 2011 में तो फिर भी इंग्लैंड क्वार्टरफाइनल तक पहुंच गई थी लेकिन इस बार तो क्वार्टरफाइनल में ना पहुंचने की शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ी।
इस हार के ठीक बाद इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने आमूल चूल बदलाव टीम में किए। 2007 विश्वकप में आयरलैंड के खिलाफ खेल चुके इयॉन मॉर्गन को कप्तान बनाया गया। वहीं टीम ने तेजी से रन बनाने पर ध्यान दिया। नए खिलाड़ी टीम में लिए गए.
जॉनी बेरेस्टो और जेसन रॉय जैसे खिलाड़ियों ने 2019 विश्वकप से पहले ताबड़तोड़ रन बनाने और सलामी साधेदारी दी। जो रूट ने मध्यक्रम संभालकर लंबी पारी खेलने का अभ्यास किया। जोफ्रा आर्चर को टीम ने अंतिम समय पर स्कॉड में लिया।
यही कारण रहा कि इंग्लैंड सांसे थामने वाले विश्वकप फाइनल मुकाबले को जीतकर पहली बार वनडे की चैंपियन बनी। इयॉन मॉर्गन को इस जीत का शिल्पकार माना गया।
अब ऐसा माना जा रहा है कि साल 2014 में अपना आखिरी आईपीएल जीतने वाली कोलकाता नाइट राइडर्स की किस्मत भी इयॉन मॉर्गन बदल सकते हैं। कल हैदराबाद से हुआ मैच इसकी सबसे बड़ी झलकी है।
खासकर टीम कॉम्बिनेशन पर इयॉन मॉर्गन ने ध्यान दिया। कई वर्षों से टीम इस कारण ही आईपीएल में बेहद कमजोर लगने लगी थी। लेकिन मॉर्गन ने टीम मीटिंग में बैठकर इस समस्या का सामाधान निकाला।
नितीश राणा से लेकर आंद्रे रसेल तक बल्लेबाजी में अपनी भूमिका पता थी। वहीं गेंदबाजी में कोलकाता में गजब की विविधता दिखी, पैट कमिंस से लेकर वरुण चक्रवर्ती टीम की अंतिम ग्यारह में थे। इस कारण टीम को विकल्पों का अभाव महसूस नहीं हुआ।
यही कारण है कि कोलकाता नाइट राइडर्स ने भी आईपीएल 2020 के बीच में ही दिनेश कार्तिक को कप्तान के पद से हटाकर इयॉन मॉर्गन की झोली में कप्तानी डाल दी थी। फ्रैंचाइजी को लगता है कि मॉर्गन इंग्लैंड टीम के साथ किया कारनाम कोलकाता के लिए भी कर सकते हैं।
हालांकि नीतिश राण और राहुल त्रिपाठी को छोड़ दे तो कोलकाता के बल्लेबाजों ने निराश किया है लेकिन आने वाले मैचों में सभी को खिलाड़ियों के तौर पर समझना पड़ेगा कि हर बार राणा और त्रिपाठी 50 रन नहीं जड़ेंगे।
हाथ की चोट से वापस आए कप्तान इयॉन म़ॉर्गन का फॉर्म अभी तक चिंता का विषय बना हुआ है। भारत से होने वाली सीरीज में भी उनका बल्ला शांत रहा था और कल भी वह सिर्फ 2 रनों पर आउट हो गए। टीम अच्छा करे उसके लिए मॉर्गन को भी बल्ले से योगदान देना होगा।
अगर इंग्लैंड की टीम की तरह इयॉन मॉर्गन कोलकाता नाइट राइडर्स की किस्मत पलट सके तो आईपीएल में खिताबी जीत पाने वाले पहले इंग्लैंड के कप्तान बन जाएंगे।इससे पहले आईपीएल में सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के ही 3 कप्तान शेन वॉर्न, एडम गिलक्रिस्ट और डेविड वॉर्नर ही आईपीएल का खिताब अपने नाम कर चुके हैं।(वेबदुनिया डेस्क)