दुबई। दिल्ली कैपिटल्स (Delhi capitals) के सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का मानना है कि ‘पर्पल’ या ‘ऑरेंज’ कैप (Purple Cap, Orange Cap) जीतना तब तक बेमानी है जब तक कि खिलाड़ी टीम के लिए अपनी भूमिका को सही तरह से अंजाम नहीं देता।
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL-13) में सर्वाधिक रन बनाने वाले को ‘ऑरेंज कैप’ और सबसे अधिक विकेट चटकाने वाले को ‘पर्पल कैप’ दी जाती है लेकिन अश्विन का मानना है कि अगर टीम मैच नहीं जीतती है तो फिर इस तरह के इनाम बेकार हैं।
अश्विन ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर एक प्रशंसक के स्ट्राइक रेट से जुड़े सवाल के जवाब में कहा, इस तरह की संख्या कोई मायने नहीं रखती। पर्पल और आरेंज कैप आंखों में धूल झोंकने की तरह है। यह टीम की जीत में योगदान निभाने से जुड़ा है, अपनी भूमिका निभाना (जीत में)।
‘हेलो दुबइया’ नाम का अश्विन का यह शो तमिल में है जिसमें अंग्रेजी में सब टाइटल हैं।
अश्विन ने इसके बाद उदाहरण दिया कि किस तरह निश्चित परिस्थितियों में रक्षात्मक शॉट खेलना जरूरी होता है।
अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय टीम के प्रदर्शन विश्लेषक प्रसन्ना एगोरम के साथ चर्चा करते हुए कहा, अगर आपके 9 विकेट गिर गए हैं और 10 रन बनाने हैं तो आप 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर रक्षात्मक शॉट खेल सकते हैं। यह टीम की जरूरत के अनुसार है।
अश्विन का मानना है कि ‘विश्लेषण, आलोचना और सराहना’ के साथ चलते हैं और इन्हें मिश्रित करने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा, अपने खेल का लुत्फ उठाओ और खेल को देखो।