मुंबई। आईपीएल के मौजूदा सत्र की दो सर्वश्रेष्ठ टीमें चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद जब रविवार को आखिरी तिलिस्म तोड़ने के लिए आमने-सामने होंगी तो दर्शकों को बल्ले और गेंद की बेहतरीन जंग देखने को मिलेगी। वानखेड़े स्टेडियम पर यह मुकाबला चेन्नई की बल्लेबाजी और सनराजइर्स की गेंदबाजी का होगा।
तीसरी बार खिताब जीतने की कोशिश में जुटी चेन्नई 2016 की चैंपियन सनराइजर्स से पहले क्वालीफायर मुकाबले के पांच दिन बाद खेलेगी। दोनों टीमें 22 मई को पहले क्वालीफायर में आमने-सामने थीं, जिसमें 2010 और 2011 की चैंपियन चेन्नई ने दो विकेट से जीत दर्ज करके फाइनल में जगह बनाई थी।
चेन्नई का नौ प्रयासों में यह सातवां फाइनल होगा। इस साल उसने दोनों ग्रुप मैचों में भी सनराइजर्स को हराया है। सनराइजर्स को दूसरे क्वालीफायर में कोलकाता नाइटराइडर्स का सामना उसी के मैदान ईडन गार्डंस पर करना पड़ा, जिसमें उसने कल 13 रन से जीत दर्ज की।
चेन्नई को दो मैचों के बीच चार दिन का ब्रेक मिला है, जबकि सनराइजर्स को कोलकाता से यहां आकर थकान को भुलाकर खेलना होगा। सनराइजर्स का सात दिन में यह तीसरा मैच है, लिहाजा थकान का मसला होगा। अफगान क्रिकेट के ‘वंडर ब्वाय’ राशिद खान ने पहले क्वालीफायर में चेन्नई को परेशान करके 11 रन देकर दो विकेट लिए थे।
उसने कल केकेआर के खिलाफ 10 गेंद में 34 रन बनाने के अलावा तीन विकेट लिए, दो कैच लपके और एक रन आउट किया। चेन्नई के लिए पहले क्वालीफायर में फाफ डु प्लेसिस ने नाबाद 67 रन बनाकर अकेले दम पर जीत दिलाई थी। सैम बिलिंग्स के चोटिल होने के कारण उन्हें खेलने का मौका मिला और उन्होंने इसे बखूबी भुनाया।
चेन्नई को सनराइजर्स के हरफनमौला कार्लोस ब्रेथवेट पर भी अंकुश लगाना होगा जो टी-20 विश्व कप 2016 में वेस्टइंडीज की खिताबी जीत का सूत्रधार था। उसने केकेआर के खिलाफ डैथ ओवरों में उम्दा बल्लेबाजी की और चेन्नई के खिलाफ नाबाद 43 रन बनाए थे। दूसरी ओर सनराइजर्स को कप्तान केन विलियमसन से उसी प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जो उन्होंने लीग चरण में किया।
वहीं शिखर धवन को भी अच्छी शुरुआत देनी होगी। चेन्नई के पास शेन वाटसन, सुरेश रैना और अंबाती रायुडू जैसे फार्म में चल रहे बल्लेबाज हैं, जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी फिनिशर की भूमिका निभाई है। डु प्लेसिस का खेलना तय है और रवींद्र जडेजा भी निचले क्रम पर उपयोगी बल्लेबाज हैं। (भाषा)