राजकोट। सुपर ओवर में अपनी घातक गेंदबाजी से मुंबई इंडियंस को जीत दिलाने वाले यॉर्कर मैन जसप्रीत बुमराह ने कहा कि उन्होंने डेथ ओवरों में नेट पर गेंदबाजी का अभ्यास किया है जिसकी बदौलत ही वे डेथ ओवरों में इतने सफल रहते हैं।
मुंबई ने शनिवार को गुजरात लायंस को आईपीएल 10 के मैच में 20 ओवर में 9 विकेट पर 153 रन का स्कोर पर रोक दिया लेकिन खुद भी 20 ओवर में 153 रन पर ऑलआउट हो गई। इसके बाद मैच के फैसले के लिए सुपर ओवर का सहारा लिया गया जिसमें मुंबई ने गुजरात को 12 रन का लक्ष्य दिया और फिर बुमराह ने मात्र 6 रन देकर मुंबई को रोमांचक जीत दिला दी।
बुमराह ने मैच के बाद कहा कि मैं उस तरह अभ्यास नहीं करता हूं, जैसे तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा करते हैं। वे जूता रखकर उसे हिट करने की कोशिश करते हैं। मैं उनके साथ लगातार यॉर्कर गेंद डालने का अभ्यास करता हूं। तेज गेंदबाज ने कहा कि मैं ज्यादातर डेथ ओवरों के लिए ही गेंदबाजी का अभ्यास करता हूं क्योंकि ट्वेंटी-20 में डेथ ओवर काफी अहम होते हैं। इसी से मैं घरेलू मैचों में गुजरात के लिए, भारत के लिए और मुंबई इंडियंस के लिए गेंदबाजी करता हूं। इसलिए जब भी मैं अभ्यास करता हूं तो मैं उचित डेथ गेंदबाजी सत्र करता हूं।
23 वर्षीय बुमराह ने कहा कि कप्तान रोहित शर्मा ने उनसे कहा कि सुपर ओवर में अतिरिक्त दबाव लेने की जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने केवल मुझे मेरी क्षमता के बारे में बताया। उन्होंने मुझसे कहा कि यह सिर्फ एक ओवर की तरह ही है और इसमें अतिरिक्त दबाव लेने की जरुरत नहीं है। खुद पर विश्वास रखो और शांत होकर रणनीतियों के अनुसार गेंदबाजी करो।
बुमराह ने कहा कि यह पहली बार है जब मैंने सुपर ओवर में गेंदबाजी की। सच पूछिए तो थोड़ा दवाब तो था क्योंकि आप सिर्फ 11 रन का ही बचाव कर रहे थे। ऐसे मौकों पर आपकों सिर्फ शांत होकर नकारात्मक चीजों को बाहर रखकर अपनी सही गेंदबाजी पर ध्यान देना होता है। (वार्ता)