Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

रूस में 10 बच्‍चे पैदा करने वाली महिलाएं कहलाएंगी ‘हीरोइन’, पुतिन ने कहा जनसंख्‍या बढ़ाओ, मिलेगा लाखों का इनाम

रूस में 10 बच्‍चे पैदा करने वाली महिलाएं कहलाएंगी ‘हीरोइन’, पुतिन ने कहा जनसंख्‍या बढ़ाओ, मिलेगा लाखों का इनाम
, गुरुवार, 18 अगस्त 2022 (17:25 IST)
एक तरफ जहां भारत और चीन जैसे देश अपनी बढ़ती जनसंख्‍या से परेशान हैं तो वहीं कुछ देश ऐसे भी हैं जो ज्‍यादा बच्‍चे पैदा करने पर परिजनों को इनाम देने की योजना बना रहे हैं। जी, हां। रूस ने हाल ही में कुछ ऐसा ही प्‍लान किया है। दरअसल, रूस की जनसंख्या लगातार कम हो रही है। इससे देश के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन परेशान हैं।

पुतिन ने इस सकंट से निकलने के लिए महिलाओं को 10 बच्चे पैदा करने की अपील की है। दिलचस्‍प है कि ऐसा करने पर महिलाओं को 1 अरब रुबल यानी करीब 13 लाख रुपए दिए जाएंगे। हालांकि पुतिन के इस फैसले की आलोचना हो रही है, लेकिन मीडिया में और सोशल मीडिया में यह खबर तेजी से वायरल हो रही है।

महिलाओं को मिलेगा अवार्ड
इतना ही नहीं, दिलचस्‍प तो यह है कि पुतिन सरकार 10 बच्चे पैदा करने वाली महिलाओं को इनाम के साथ ही उन्‍हें ‘मदर हीरोइन’ नाम का अवॉर्ड से भी नवाजेगी। बता दें कि यह अवॉर्ड सेकंड वर्ल्ड वॉर यानी दूसरे विश्‍व युद्ध के दौरान भी महिलाओं को दिया जाता था। उस समय भी रूस की जनसंख्या तेजी से घट रही थी। रूस ने 1991 में सोवियत संघ के टूट जाने के बाद ये अवॉर्ड देना बंद कर दिया था।

क्‍या है मां बनने के नियम?
जिस वक्‍त भारत में आजादी का जश्‍न मनाया जा रहा था, ठीक उसी दिन यानी 15 अगस्त को पुतिन सरकार ने यह घोषणा की। घोषणा के मुताबिक, महिलाओं को एक साथ इनाम की पूरी राशि दी जाएगी। ये पुरस्‍कार राशि 10वें बच्चे के 1 साल की उम्र तक का हो जाने पर उसके जन्‍मदिन के मौके पर दी जाएगी। सरकार इस राशि को सीधे मां के अकाउंट में ट्रांसफर कर देगी। इसके साथ ही सरकार ने यह भी कहा है कि अगर किसी हमले में मां अपना बच्चा खो भी देती हैं या किसी दूसरे कारण से बच्चे की मौत हो जाती है, तब भी भी मां को पूरे 13 लाख रुपए दिए जाएंगे।

रूस में जनसंख्‍या का क्‍या है हाल
दरअसल, रूस में जनसंख्या घट रही है। 2022 की शुरुआत में जनसंख्या 146 मिलियन थी। ऐसे में पुतिन ने यह दिलचस्‍प लेकिन विवादित फैसला कर लिया है। हालांकि दूसरी तरफ रूसी राजनीति और सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ जेनी मैथर्स ने इस फैसले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह हताश करने वाला फैसला है। बता दें कि 1990 के दशक के बाद से ही रूस में जनसंख्या बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, यूक्रेन के साथ युद्ध में रूस के कई सैनिक मारे गए, ऐसे में यह समस्‍या और ज्‍यादा विकट हो गई है।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

Gujarat Elections : गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए AAP ने जारी की दूसरी सूची, 9 उम्मीदवारों का किया ऐलान