Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

बांग्लादेश में नहीं गिराई सत्ता, शेख हसीना के आरोपों पर पहली बार बोला अमेरिका

sheikh haseena

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, मंगलवार, 13 अगस्त 2024 (09:27 IST)
USA on bangladesh violence : अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ ने बांग्लादेश के आंतरिक मामलों में अमेरिकी हस्तक्षेप के आरोपों का खंडन किया है। बांग्लादेश में हिंसा के कारण पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देने और देश छोड़कर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। ALSO READ: भारत में शेख हसीना के रुकने का बांग्लादेश के साथ रिश्तों पर क्या पड़ेगा असर? अंतरिम सरकार का आया जवाब
 
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने कहा ‍कि हमारी इसमें (बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता में) कोई संलिप्तता नहीं है। इन घटनाओं में अमेरिकी प्रशासन का हाथ होने संबंधी कोई भी खबर या अफवाह पूरी तरह से झूठी है। यह सच नहीं है। अपना भविष्य तय करना बांग्लादेश के लोगों का अधिकार और विशेषाधिकार है।
 
जीन पियरे मीडिया में आई उन खबरों पर प्रतिक्रिया दे रही थीं, जिनमें हसीना के कथित दावे के हवाले से कहा गया है कि अगर उन्होंने (हसीना) सेंट मार्टिन द्वीप का आधिपत्य त्याग दिया होता और अमेरिका को बंगाल की खाड़ी पर प्रभुत्व स्थापित करने की अनुमति दी होती, तो वह सत्ता में बनी रहतीं।
 
उन्होंने कहा कि अपने नेता को चुनना बांग्लादेशी लोगों का उनके लिए, उनके द्वारा लिया गया एक महत्वपूर्ण फैसला है। हमारा मानना ​​है कि बांग्लादेश के लोगों को अपनी सरकार का भविष्य तय करना चाहिए। किसी भी तरह के आरोपों पर हम यही कहते रहेंगे कि उनमें बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है। ALSO READ: BSF की मुस्तैदी से फिर नाकाम हुए बांग्लादेशी घुसपैठिए, पंप एक्शन गन का भी इस्तेमाल
 
इस बीच हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने इस बात से इनकार किया है कि उनकी मां ने ऐसा कोई बयान दिया है। वाजेद ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, 'हाल ही में एक अखबार में प्रकाशित मेरी मां का इस्तीफे से संबंधित बयान पूरी तरह से झूठा और मनगढ़ंत है। उन्होंने मुझसे बातचीत में पुष्टि की है कि उन्होंने ढाका छोड़ने से पहले या बाद में कोई बयान नहीं दिया।'

उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में छात्रों के हिंसक प्रदर्शन के बाद शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर भागना पड़ा था। उन्होंने फिलहाल भारत में शरण ली है।
Edited by : Nrapendra Gupta 

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

राम रहीम 13वीं बार जेल से बाहर आया, सुनारिया जेल से बाहर, 21 दिन की फरलो मिली