जेनेवा। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार विशेषज्ञों ने चीन को चेतावनी दी है कि वह आंतकवाद से निपटने के नाम पर पुनर्शिक्षा शिविरों में हिरासत में रखे गए उइगर मुस्लिमों को तुरंत रिहा करें।
संयुक्त राष्ट्र की नस्लीय विभेद निवारण समिति का आकलन है कि चीन के पश्चिमी शिनजियांग प्रांत में उइगर समुदाय के लगभग 10 लाख लोगों को उनकी इच्छा के विरूद्ध हिरासत में रखा गया है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि चीन की शिनजियांग प्रांत में नीतियों की आलोचना के पीछे चीन विरोधी शक्तियों का हाथ है। आधिकारिक रूप से इस तथ्य की कभी पुष्टि नहीं हुई है कि चीन में इन तरह के हिरासत केंद्र काम कर रहे हैं।
चीन ने कहा है कि शिनजियांग प्रांत इस्लामिक आतंकवाद और अलगाववादियों के गंभीर खतरे का सामना कर रहा है जो हमलों को अंजाम देकर अल्पसंख्यक उइगर मुसलमानों और चीन के बहुसंख्यक हान समुदाय के बीच सामुदायिक तनाव पैदा कर रहे हैं।
उइगर पूर्वी और मध्य एशियाई देशों में निवास करने वाला तुर्की का एक सजातिय समूह है। चीन के पश्चिमी शिनजियांग प्रांत में इस समुदाय के लाखों की आबादी निवास करती है। (वार्ता)