अंकारा/दमिश्क। तुर्किए और सीरिया में पिछले दिनों आए विनाशकारी 7.8 तीव्रता के भूकंप के 212 घंटे बाद मंगलवार यानी 14 फरवरी को बचाव व राहतकर्मियों ने अदियामन में मलबे से 77 वर्षीय एक व्यक्ति को जीवित बचाया। अभी भी रेस्क्यू जारी है और लगातार शव बाहर निकाले जा रहे हैं। हालांकि राहत और बचाव कर्मी अब लोगों की मदद पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
भूकंप के 8 दिन बाद भी आश्रय, भोजन और अन्य परेशानियों का सामना कर रहे हैं। कड़ाके की ठंड में आए इस भूकंप से लोगों की समस्या बढ़ गई है।
तुर्किए में भूकंप का पहला झटका 6 फरवरी की सुबह 4.17 बजे आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.8 मापी गई भूकंप का केंद्र दक्षिणी तुर्किए का गाजियांटेप था। इसके बाद से यहां लगातार भूकंप के झटके महसूस रहे हैं।
हाल ही में 13 फरवरी को तुर्किए में एक बार फिर भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि भारतीय सेना द्वारा बनाए गए अस्पताल में भी दरारें पड़ गई। कहा जा रहा है लगातार आ रहे झटकों की वजह से भारत से आए राहतकर्मी भी बिल्डिंग की जगह टेंट में रह रहे हैं।