वॉशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को बड़ी राहत देते हुए आर्थिक प्रतिबंधों को हटा कर परमाणु समझौता बरकरार रखा लेकिन यूरोपीय सहयोगियों तथा कांग्रेस को आगाह किया है कि अगर 2015 में हुए ऐतिहासिक समझौते की खामियों को उन्होंने दूर नहीं किया तो यह माफी आखिरी होगी।
व्हाइट हाउस ने बताया कि ट्रंप आखिरी बार ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों को माफ करेंगे लेकिन इसके लिए जरूरी है कि अगले 120 दिन के अंदर अमेरिका और यूरोप के बीच एक समझौता हो जाए ताकि परमाणु सौदा मजबूत हो सके।
ट्रंप ने एक बयान में बताया कि तीव्र अनिच्छा के बावजूद मैंने अब तक अमेरिका के ईरान परमाणु समझौते से अलग नहीं किया है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय, खास कर अपने यूरोपीय सहयोगियों से कहा है कि या तो संयुक्त समग्र कार्य योजना (जेसीपीओए) को दुरूस्त किया जाए या वह अमेरिका को परमाणु समझौते से अलग कर लेंगे।
अपने बयान में उन्होंने कहा कि यह आखिरी बार है। (अमेरिका और यूरोपीय शक्तियों के बीच) कोई ऐसा समझौता न होने की स्थिति में अमेरिका ईरान परमाणु समझौते में बने रहने के लिए एक बार फिर से प्रतिबंधों को माफ नहीं करेगा। (भाषा)