न्यूयॉर्क। भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे 'आजादी के अमृत महोत्सव' के तहत मेडागास्कर की राजधानी में एक 'हरित तिराहे' का नाम महात्मा गांधी के नाम पर रखा गया और एंटानानारिवो के मेयर एवं भारत के राजदूत ने मिलकर इसका लोकार्पण किया।
मेडागास्कर की राजधानी एंटानानारिवो के मेयर नैना एंड्रियंटिटोहैना और मेडागास्कर में भारत के राजदूत अभय कुमार ने एक विशेष समारोह में बुधवार को हरित स्थल का उद्घाटन किया। 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत आयोजित इस समारोह में स्थानीय सरकार के सदस्य, राजनयिक अधिकारी, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख और भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य शामिल हुए।
भारतीय दूतावास की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस मौके पर एंड्रियंटिटोहैना ने इलाके को हराभरा बनाने में दूतावास के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह मेडागास्कर की राजधानी में अधिकतम हरित क्षेत्र बनाने के एंटानानाविरो की शहरी नगर पालिका के उद्देश्य को पूरा करता है।
कुमार ने इस अवसर पर कहा कि महात्मा गांधी सबसे महान प्रवासी थे, जो दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे और जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया तथा भारतीयों के जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया।उन्होंने कहा कि मेडागास्कर में गुजरात के कई लोग रहते हैं और राज्य के पोरंबदर के मूल निवासी गांधी के नाम पर यहां एक हरित तिराहे का नाम रखना उचित है।
कुमार ने गांधी के प्रसिद्ध कथन का हवाला दिया कि पृथ्वी हर व्यक्ति के लालच के लिए नहीं, बल्कि उसकी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि उपभोक्तावाद को कम करने, प्रकृति का सम्मान करने और सतत विकास के लक्ष्य के संदर्भ में नया हरित स्थान गांधी के दृष्टिकोण और दर्शन का प्रतीक है।
कुमार ने कहा कि यह तिराहा लोगों में गांधी के शांति एवं अहिंसा संबंधी मूल्यों को लेकर जागरूकता पैदा करने में मदद करेगा। कुमार ने 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में मालागासी पोस्ट द्वारा गांधी पर जारी डाक टिकट मेयर को भेंट में दी।
एंटानानारिवो में भारतीय दूतावास ने आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के तहत दूतावास परिसर में 'वसुधैव कुटुम्बकम' की पट्टिका का अनावरण करने के लिए पिछले सप्ताह एक विशेष समारोह का आयोजन किया था।(भाषा)