न्यूयॉर्क। आईएसआईएस से कथित तौर पर प्रभावित उज्बेकिस्तान के एक व्यक्ति ने ‘अल्लाह हो अकबर’ चिल्लाते हुए अपना पिकअप ट्रक मैनहट्टन में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के निकट भीड़भाड़ भरे साइकल पथ पर चढ़ा दिया। इससे कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य जख्मी हो गए। इसे 9/11 की घटना के बाद शहर में पहला इतना भयावह हमला बताया जा रहा है और इसमें आईएसआईएस का हाथ होने का संदेह जताया जा रहा है।
उज्बेक मूल के 29 साल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने से पहले उसके पेट में गोली मारी गई थी। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक उसका नाम सैफुल्लू सेईपोव है जो एक प्रवासी है। वह 2010 में अमेरिका आया था।
घटना व्यस्त और भीड़भाड़ वाले मैनहट्टन के वेस्ट साइड हाइवे पर हुई। मैनहट्टन न्यूयॉर्क शहर का बेहद घनी आबादी वाला इलाका है। अमेरिका में इन दिनों हैलोवीन मनाया जा रहा है। हमलावर ने लगभग आधा किमी के इलाके में भारी तबाही मचाई।
पुलिस ने बताया कि पैदल चलने वाले लोगों के पथ और साइकल मार्ग पर प्रवेश करने के बाद लोगों को कुचलते हुए संदिग्ध अपना ट्रक दक्षिण की ओर ले गया। साइकिल लेन पर ट्रक की चपेट में आए छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो की मौत अस्पताल ले जाने के बाद हुई।
एक अधिकारी ने बताया कि हमलावर ने न्यूजर्सी के होम डिपो से हमले में इस्तेमाल किया गया ट्रक किराए पर लिया। हताहतों में बेल्जियम के एक और अर्जेंटिना के पांच नागरिक शामिल हैं।
न्यूयॉर्क पुलिस विभाग (एनवाईपीडी) के मुताबिक, दक्षिण की ओर जाता हुआ ट्रक एक स्कूल बस से भी टकराया जिससे दो वयस्क और दो बच्चे घायल हो गए। इसके बाद संदिग्ध गोलियां चलाते हुए ट्रक से बाहर निकला और पुलिस ने उसे गोली मार दी।
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक वाहन से बाहर आने पर ट्रक चालक ने ‘अल्लाह हो अकबर’ का नारा लगाया। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रक से अंग्रेजी में लिखा एक पर्चा मिला है जिसमें आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट का जिक्र है। घटनास्थल से पैलेट गन और पेंटबॉल गन भी मिले हैं।
न्यूयॉर्क के फायर कमीश्नर डेनियल निग्रो के मुताबिक कम से कम 11 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया। होम डिपो के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की है कि लोअर मैनहट्टन की घटना में कंपनी के ही एक ट्रक का इस्तेमाल किया गया था। प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी जांच में अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है।
ऑनलाइन रिकॉर्ड बताते हैं कि पीटरसन न्यूजर्सी के रहने वाले संदिग्ध सेईपोव की कई राज्यों के कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ कई बार बातचीत हुई है। उसे मिसौरी और पेनसिल्वेनिया में यातायात सम्मन भी जारी किए गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि उसे गोली मारी गई थी। वह अस्पताल में है, उसकी सर्जरी हुई है और उसके बचने की संभावना है।
न्यूयॉर्क सिटी के मेयर बिल दे ब्लासियो ने कहा कि घटना को आतंकी गतिविधि माना जा रहा है और यह आतंक की कायराना हरकत है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि हमें आईएसआईएस को वापस आने नहीं देना चाहिए। ट्रंप ने ट्वीट किया, 'एनवाईसी (न्यूयॉर्क सिटी) में किसी बीमार और विक्षिप्त लग रहे एक व्यक्ति ने एक और हमला किया। कानून प्रवर्तन एजेंसियां इस पर कड़ी नजर रख रही हैं। अमेरिका में नहीं!'
उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि आईएसआईएस को पश्चिम एशिया और अन्यत्र स्थानों पर शिकस्त देने के बाद हमें उन्हें हमारे देश में वापस आने या घुसने की इजाजत नहीं देनी चाहिए। बस बहुत हुआ! राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका आने वाले यात्रियों की और अधिक गहन जांच के आदेश दिए हैं।
अमेरिकी न्याय विभाग ने एक वक्तव्य में कहा कि एफबीआई, एनवाईपीडी और अन्य एजेंसियों का संयुक्त आतंक कार्यबल इस हमले की जांच कर रहा है।
उबर की एक प्रवक्ता ने बताया कि सेईपोव इस कंपनी के लिए भी काम कर चुका है और कंपनी अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है।
11 सितंबर 2001 के आतंकी हमले में तबाह हुए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कॉम्प्लेक्स के पुनर्निर्माण के बाद मुख्य इमारत वन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को स्वतंत्रता और लोकतंत्र के सम्मान में लाल, सफेद और नीले रंग की रोशनी की गई। (भाषा)