संयुक्त राष्ट्र। रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहा कि वह उत्तर कोरिया के खिलाफ नए प्रतिबंधों का विरोध करता है और प्योंगयांग के खिलाफ सैन्य विकल्प चुनना अस्वीकार्य है। संयुक्त राष्ट्र में रूस के इस कदम को अमेरिका के लिए झटका माना जा रहा है।
रूसी उप राजदूत व्लादिमीर सेफ्रनकोव ने परिषद के आपात सत्र में कहा, 'सभी को यह समझना चाहिए कि प्रतिबंधों से समस्या नहीं सुलझेगी। इससे हम बस एक गतिरोध की ओर बढ़ते हैं।'
उत्तर कोरिया द्वारा एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किए जाने के बाद आयोजित सत्र में उन्होंने कहा, 'सैन्य हल की वकालत करने वाला कोई भी प्रयास अस्वीकार्य है।'
क्या कहा था अमेरिका ने : उत्तर कोरिया द्वारा हाल ही में किए गए अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के बाद अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में प्योंगयांग के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग उठाई है। इसके साथ ही उसने उत्तर कोरिया को आगाह भी किया है कि हालिया परीक्षण ने कूटनीति के मार्ग संकीर्ण कर दिए हैं।
परिषद में दिए गए कड़े संबोधन में अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने कहा कि मंगलवार के आईसीबीएम परीक्षण ने दुनिया को पहले से अधिक खतरनाक जगह बना दिया है और परमाणु हथियारों से लैस प्योंगयांग से निपटने के लिए अगर बल प्रयोग की जरूरत पड़ती है तो वाशिंगटन उसके लिए भी तैयार है। (भाषा)