Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

ब्रिटेन : PM की रेस में ऋषि सुनक ने पार किया बड़ा पड़ाव, 88 मतों के साथ बनाई बढ़त

ब्रिटेन : PM की रेस में ऋषि सुनक ने पार किया बड़ा पड़ाव, 88 मतों के साथ बनाई बढ़त
, गुरुवार, 14 जुलाई 2022 (16:23 IST)
लंदन। Rishi Sunak News : ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की दौड़ में कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों के पहले राउंड के मतदान में सबसे ज्यादा 88 मतों के साथ बढ़त बना ली। इस दौड़ में अब 8 उम्मीदवारों की जगह 6 उम्मीदवार रह गए हैं। संसद के 358 कंजर्वेटिव सदस्यों की ओर से मतदान का अगला दौर गुरुवार को होना है। सुनक के बाद वाणिज्य मंत्री पेनी मोर्डेंट को 67 और विदेश मंत्री लिज ट्रस को 50 वोट मिले। सुनक ने कर में कटौती का मुद्दा उठाया।
 
पहले दौर के मतदान में सर्वाधिक 88 मत पाने वाले सुनक (42) के बाद वाणिज्य मंत्री पेनी मोर्डेंट ने 67 और विदेश मंत्री लिज ट्रस ने 50 वोट हासिल किए। पूर्व मंत्री केमी बडेनोच को 40 और टॉम तुगेंदत को 37 वोट मिले, वहीं अटॉर्नी जनरल सुएला ब्रैवरमैन के खाते में 32 वोट आए। सुनक ने करों में कटौती के मुद्दे पर जोर दिया जिसे नेतृत्व के दावेदारों के बीच एक निर्णायक मुद्दे के रूप में देखा जाता है।
 
उन्होंने 'बीबीसी' को बताया कि मुझे लगता है कि हमारी पहली आर्थिक प्राथमिकता मुद्रास्फीति से निपटना है। महंगाई दुश्मन है और सबको गरीब बनाती है। उन्होंने कहा कि मैं करों में कटौती करना चाहता हूं और मैं कर में कटौती करूंगा। यह भी सुनिश्चित करना है कि कंजर्वेटिव पार्टी अगला आम चुनाव जीते। मुझे विश्वास है कि मैं (लेबर नेता) कीर स्टारर को हराने और चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए सबसे बेहतर व्यक्ति हूं।
 
सुनक ने कहा कि मैं उस समय अमेरिका में रह रहा था और (स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में) पढ़ रहा था, लेकिन मैं ब्रिटेन लौट आया और एक सांसद के तौर पर तथा फिर सरकार में रह कर अपने देश की सेवा करने का मैंने फैसला किया। उन्होंने कहा कि अगर मैं प्रधानमंत्री बनता हूं, तो मुझे लगता है कि हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उनका समाधान निकालने के लिए मैं सबसे बेहतर व्यक्ति हूं।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

वैज्ञानिकों ने किया खुलासा, एल्युमीनियम के बर्तनों में भोजन बनाकर खाने से अल्जाइमर और किडनी फेलियर जैसी बीमारियों का खतरा