इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सिख लड़की को अगवा करने के मामले में भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज करते हुए लड़की को मुक्त करा लिया है और उसे परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। पाकिस्तान के साथ-साथ भारत में भी इस मामले का कड़ा विरोध हो रहा था। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को इस मामले में पाकिस्तान सरकार से बात कर इस पर तुरंत कदम उठाने की मांग की थी।
खबरों के मुताबिक, 27 अगस्त की रात को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गुरुद्वारा तम्बू साहिब में ग्रंथी के तौर पर सेवा देने वाले एक शख्स की बेटी को अगवा कर जबरन इस्लाम में धर्मांतरित कराकर उसकी शादी करा दी थी और इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज करते हुए लड़की को मुक्त करा लिया और उसे परिजनों को सौंप दिया है। इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
इस मामले का पाकिस्तान के साथ-साथ भारत में भी कड़ा विरोध हो रहा था। केंद्र सरकार ने इस मामले में पाकिस्तान सरकार से बात कर तुरंत कदम उठाने की मांग की थी। पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने विदेश मंत्री से दखल की अपील की थी। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर, भाजपा और सिख संगठनों ने भी घटना का विरोध किया था।
अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने पीड़ित परिवार का एक वीडियो शेयर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी मदद मांगी थी। बाद में विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से इस मुद्दे पर तुरंत कदम उठाने को कहा था।
गौरतलब है कि इससे पहले भी पाकिस्तान के ही सिंध और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में भी हिंदू और सिख युवतियों का अपहरण और उनके जबरन धर्म परिवर्तित कर शादी कराने की कई घटनाएं सामने आई हैं।
सांकेतिक फोटो