भारत के उत्तर भारत में इस बार कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में पड़ रही जबर्दस्त सर्दी का कारण आर्कटिक से आ रही सर्द हवाएं हो सकती हैं। पोलर वोर्टेक्स (ध्रुवीय चक्रवात) से हवाओं में उतार-चढ़ाव के कारण पिछले साल दिसंबर से लेकर अब तक ठंड का असर उत्तर भारत में बढ़ता दिखा है। अमेरिका में भी पोलर वोर्टक्स का असर दिखाई दे रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शिकागो का तापमान अंटाकर्टिका से भी ज्यादा हो जाएगा।
अमेरिका में मौसम विभाग ने इस सप्ताह कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान जताया गया है। बताया जा रहा है कि इस तरह की सर्दी कई सालों में एक बार पड़ती है। इसके चलते तापमान माइनस 53 सेंटीग्रेड तक गिर सकता है। ये सब पोलर वोर्टेक्स यानी ठंडी हवाओं के चलते हुए आर्कटिक ब्लास्ट के चलते होगा। इसके चलते तकरीबन साढ़े पांच करोड़ लोग प्रभावित हो सकते हैं।
विस्कोंसिन, मिशिगन और इलिनोइस जैसे मध्य पश्चिमी राज्यों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है। इसका असर सामान्य मौसम वाले दक्षिणी राज्यों जैसे अलाबामा और मिसीसिपी में भी होगा। यहां भी इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
शिकागो का तापमान पहुंच सकता है माइनस 27 डिग्री तक : मौसम वैज्ञानिक रेयान मुए ने ट्वीट कर कहा कि शिकागो में तापमान गिरकर माइनस 27 डिग्री तक पहुंच सकता है। यह यहां का अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान है। इस तरह की सर्दी शायद ही कभी देखने को मिले। या यह भी हो सकता है कि अगले साल या 5 साल बाद ऐसा नजारा दिखाई दे।
आयोवा राज्य के मौसम अधिकारियों ने लोगों को चेतावनी दी है कि बाहर जाने पर गहरी सांस लेने से बचें और कम से कम बात करें। अयोवा राज्य के राष्ट्रीय मौसम सेवा का कहना है कि इस तरह की ठंड में 10 मिनट तक भी बाहर रहना घातक हो सकता है और फ्रॉस्टबाइट यानी सर्दी से अंग सुन्न होने के शिकार हो सकते हैं। मौसम की यह मार मंगलवार से गुरुवार के दौरान पड़ सकती है। इस दौरान अनुमान है कि शिकागो का तापमान अंटाकर्टिका से भी ज्यादा हो जाएगा।
इलिनोइस राज्य का तापमान माइनस 27 फॉरेनहाइट तक गिर सकता है। जमा देने वाली ठंडी हवाओं के चलते सर्दी ज्यादा महसूस होगी। विस्कोंसिन में दो फुट और इलिनोइस में 6 इंच तक की बर्फ पड़ने का अनुमान है। अलाबामा और जॉर्जिया में भी बर्फ गिर सकती है।