विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को यहां एक-दूसरे का अभिवादन किया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने आगे बढ़कर विदेश मंत्री से हाथ मिलाया। जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (SCO ) के एक सम्मेलन में शामिल होने के लिए आज इस्लामाबाद पहुंचे। शरीफ ने एससीओ के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के सम्मान में अपने आवास पर रात्रिभोज दिया था और इसी दौरान उन्होंने और जयशंकर ने एक दूसरे का अभिवादन किया।
जयशंकर और शरीफ ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया और बहुत ही संक्षिप्त बातचीत की। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने एससीओ के सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडलों के नेताओं का अभिवादन किया।
जयशंकर का विमान स्थानीय समयानुसार अपराह्न करीब 3.30 बजे पाकिस्तान की राजधानी के बाहरी इलाके में स्थित नूर खान हवाई अड्डे पर उतरा और पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
पिछले करीब 9 साल में पहली बार भारत के विदेश मंत्री ने पाकिस्तान की यात्रा की है। दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध कश्मीर मुद्दे पर और पाकिस्तान से सीमापार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं।
विदेश मंत्री बुधवार को एससीओ के शासन प्रमुखों की परिषद (सीएचजी) की बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे। उन्होंने एक्स पर लिखा कि एससीओ के शासन प्रमुखों की परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद पहुंचा हूं। जयशंकर ने हवाई अड्डे पर फूल देकर उनका स्वागत करते कुछ बच्चों और अधिकारियों की तस्वीरें शेयर कीं।
इससे पहले विदेश मंत्री के रूप में सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान की यात्रा की थी। वे दिसंबर 2015 में अफगानिस्तान पर हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद की यात्रा पर आई थीं। उस समय जयशंकर भारत के विदेश सचिव के नाते सुषमा स्वराज के शिष्टमंडल का हिस्सा थे। सुषमा स्वराज ने उस यात्रा में तत्कालीन पाक विदेश मंत्री सरताज अजीज से बातचीत की थी।
सुषमा स्वराज और अजीज की वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया जिसमें दोनों पक्षों ने समग्र द्विपक्षीय संवाद शुरू करने के अपने फैसले की घोषणा की थी।
सुषमा की यात्रा से कुछ दिन बाद ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काबुल से भारत लौटते समय लाहौर की 150 मिनट की औचक यात्रा की। मोदी ने अपने तत्कालीन समकक्ष नवाज शरीफ के पैतृक आवास का दौरा किया और शांति के तरीकों पर चर्चा की। हालांकि, पाकिस्तान की धरती से आतंकवादियों के भारत पर हमलों ने संबंधों को नुकसान पहुंचाया।
जयशंकर के पाकिस्तान के लिए रवाना होने से पहले भारत ने मंगलवार को कहा कि वह एससीओ की विभिन्न प्रणालियों में सक्रियता से शामिल है। पाकिस्तान 15 और 16 अक्टूबर को एससीओ के शासन प्रमुखों की परिषद (सीएचजी) के दो दिवसीय सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, एससीओ सीएचजी की बैठक सालाना होती है और इसमें संगठन के व्यापार तथा आर्थिक एजेंडा पर ध्यान दिया जाता है। उसने कहा, सम्मेलन में विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। भारत एससीओ की रूपरेखा के तहत अनेक प्रणालियों एवं पहल समेत इसके प्रारूप में सक्रियता से शामिल है। इनपुट भाषा