इस्लामाबाद। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद कुख्यात आतंकी और जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के प्रमुख मसूद अजहर पर शिकंजा कसता ही जा रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को संकेत दिया कि मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने के फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका के संयुक्त कदम का पाकिस्तान विरोध नहीं करेगा।
कुरैशी ने जियो टीवी को दिए साक्षात्कार में कहा, 'पाकिस्तान के लिए अपने खुद के हित में फैसला लेने का समय आ गया है। पाकिस्तान के हित में जो होगा, हम वो करेंगे।'
इसी बीच रविवार को यह अफवाह फैली कि जैश के मुखिया मसूद अजहर की मौत हो चुकी है, लेकिन कुछ घंटों बाद पाकिस्तानी मीडिया में खबर आई कि मसूद अजहर जिंदा है।
अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के लिए पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नए सिरे से प्रस्ताव रखा था। सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध निर्धारण समिति को तीनों सदस्य राष्ट्रों के नये प्रस्ताव पर 10 कार्यदिवस के अंदर विचार करना है।
उल्लेखनीय है कि पुलवामा आतंकी हमले के महज 12 दिन बाद भारत ने एयर स्ट्राइक के जरिए पीओके और बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर दिया। इस हमले की खास बात यह थी कि इसने बालाकोट में जैश के सबसे बड़े ठिकाने को तबाह कर आतंकी संगठन की कमर तोड़ दी। इस हमले में जैश सरगना मसूद अजहर के दो भाई और उसका साला मारा गया था।