संयुक्त राष्ट्र। पाकिस्तान ने सूचना संबंधी मामलों पर संयुक्त राष्ट्र की समिति के समक्ष कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघन का मामला उठाया जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह समिति के काम के लिए अप्रासंगिक है।
पाकिस्तान के प्रतिनिधि मसूद अनवर ने बुधवार को सूचना पर समिति के एक सत्र को संबोधित करते हुए कश्मीर का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि कश्मीर के लोगों के मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। अनवर ने कहा कि आज जिस दुनिया में हम रह रहे हैं, वह संघर्ष और विवादों से घिरी है हालांकि हम आतंकवाद और चरमपंथ से लड़ने में एकजुटता बरकरार रखते हैं। इन दूषित विचारधाराओं का विरोध करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का जन सूचना विभाग (डीपीआई) तनाव खत्म करने और आपसी सौहार्द को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। मानवाधिकार उल्लंघन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
भारत ने कश्मीर पर दिए गए अनवर के हवाले को खारिज करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी समिति के कामकाज में अप्रासंगिक है। संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन में मंत्री एस. श्रीनिवास प्रसाद ने सत्र के दौरान कहा कि हमने समिति के एजेंडे से इतर मुद्दों का जिक्र करने का आज यहां एक और प्रयास देखा। हम इन टिप्पणियों को पूरी तरह से खारिज करते हैं, क्योंकि इनका समिति के काम से इसका कोई मतलब नहीं है।
प्रसाद ने एक बयान में कहा कि भारत आतंकवाद विरोध पर डीपीआई के काम का समर्थन करता है तथा आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करता है और यह मानता है कि देशों के बीच प्रभावी सहयोग इस खतरे से लड़ने के लिए अनिवार्य है। (भाषा)