नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने स्वीकार किया है कि मुंबई के 26/11 हमलों के पीछे पाकिस्तानी आतंकवादियों का हाथ था। उल्लेखनीय है कि हाल में पाकिस्तान की शीर्ष अदालत ने नवाज को प्रधानमंत्री और राजनीति के लिए अयोग्य ठहराया गया है।
शरीफ ने पाकिस्तानी अखबार द डॉन को दिए इंटरव्यू में कहा कि पाक में आतंकी संगठन सक्रिय हैं। नवाज शरीफ का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पाकिस्तान हमेशा से ही इन हमलों में शामिल होने से इंकार करता रहा है।
नवाज ने मुल्तान रैली से पहले दिए इंटरव्यू में सवाल उठाए कि क्या हम सीमा पार करके आतंकियों को जाने दे सकते हैं और मुंबई में 150 लोगों को मरने दे सकते हैं? ऐसा कहकर पाक के पूर्व प्रधानमंत्री ने परोक्ष रूप से स्वीकार किया कि मुंबई हमलों शामिल आतंकियों को पाकिस्तान का समर्थन प्राप्त था।
इस्तीफे के बाद बयान : ध्यान रखने वाली बात यह है कि पनापा पेपर लीक मामले में पाक सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई 2017 में नवाज को दोषी माना था और बाद उन्हें प्रधानमंत्री के लिए भी अयोग्य घोषित कर दिया था। साथ ही जीवनभर चुनाव लड़ने के लिए भी अयोग्य ठहरा दिया था। फैसले के मुताबिक शरीफ आजीवन कोई सार्वजनिक पद नहीं संभाल पाएंगे।
शरीफ ने प्रधानमंत्री रहते हुए कभी भी यह स्वीकार नहीं किया, लेकिन पद से हटते और अयोग्य घोषित होने के बाद उन्होंने इस बात को स्वीकार कर ही लिया। इससे भारत के उस दावे की भी पुष्टि होती है कि भारत में आतंकी हमलों के पीछे पाकिस्तान का हाथ है।