पाकिस्तान के कट्टरपंथी नेता मौलाना फजलुर रहमान के 'आजादी मार्च' से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी पर खतरा मंडराया हुआ है। मौलाना इस्लामाबाद में आजादी मार्च के हजारों प्रदर्शनकारियों के साथ जमे हुए हैं। उन्होंने इमरान खान को कुर्सी नहीं छोड़ने पर पूरा पाकिस्तान बंद करने की धमकी दी है। इसी बीच एक भाषण में मौलाना ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ की है।
मौलाना ने कहा कि इमरान खान ने कहा था कि जब मोदी दोबारा चुनाव जीतेंगे तो कश्मीर समस्या का हल कर देंगे। मोदी चुनाव भी जीत गए, कश्मीर समस्या को भी हल कर दिया। कश्मीर मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में हमेशा पाकिस्तान को वोट देने वालों ने भी हमारा साथ नहीं दिया। मौलाना ने कहा कि इमरान ने कश्मीर को आजाद कराने की बजाय उसे बेच दिया।
मौलाना ने कहा कि इमरान ने कहा था कि वे कश्मीर की जंग लड़ेंगे, लेकिन उन्होंने इसे बेच दिया। मौलाना फजलुर रहमान जहां पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान के इस्तीफे, देश में नया चुनाव और एनआरओ (नेशनल रेकन्सिलिएशन ऑर्डिनेंस) पर अड़े हैं, वहीं इमरान सरकार ने इन मांगों को खारिज कर दिया है।
इमरान सरकार ने मौलाना के आजादी मार्च को लेकर भारत भी आरोप लगाए हैं। इस्तीफे के लिए बनाए गए चौतरफा दबाव से उबरने के लिए अपने चिर-परिचित भारत विरोधी बयानों का सहारा लिया है। इमरान का कहना है कि विपक्षी नेता मौलाना फजलुर रहमान के 'आजादी मार्च' से पाकिस्तान के दुश्मन खुश हो रहे हैं और इस बात को समझना हो तो भारत के मीडिया में इस मार्च की कवरेज को देख लें।
पाकिस्तान के रक्षामंत्री परवेज खटक ने कहा कि फजलुर भड़काऊ भाषण दे रहे हैं और बगावत को उकसा रहे हैं। मौलाना ने इमरान सरकार को 2 दिन का अल्टीमेटम देने के दौरान चेताया था कि अगर इमरान खान इस्तीफा नहीं देते तो उनके समर्थक पीएम आवास पर धावा बोल देंगे।