वॉशिंगटन। फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी की निजता नीति को लेकर पैदा हुए विवाद के बाद इस्तीफा देने से आज इनकार कर दिया। उन्होंने हालांकि भारत, पाकिस्तान और अमेरिका में हुए चुनावों की पृष्ठभूमि में एक स्वतंत्र अन्वेषण समिति के गठन की घोषणा की।
इस सप्ताह कांग्रेस में अपनी गवाही से पूर्व जुकरबर्ग सांसदों से मिलने के लिए अमेरिका की राजधानी पहुंचे हैं। 'अटलांटिक मैग्जीन' से साक्षात्कार में जुकरबर्ग ने इस्तीफा की संभावना से इनकार कर दिया। उनसे पूछा गया कि क्या वे त्याग पत्र के विकल्प पर विचार कर रहे हैं तो उन्होंने कहा, नहीं, मेरा मतलब है- 'मैं हूं', मैं अलग से परोपकार के काम भी करता हूं, लेकिन ये मुद्दे बहुत महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा, फेसबुक को बनाने में हमने पिछले 14 वर्षों में कई कठिन समस्याओं को सुलझाने की दिशा में काम किया है। मेरा अभिप्राय है कि इसकी शुरुआत छात्रावास के एक कमरे से हुई थी और अब यह इतने बड़े समुदाय का रूप ले चुका है। मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि हम इन समस्याओं से निकलने में सक्षम हैं।
जुकरबर्ग सीनेट ज्यूडिशियरी और कॉमर्स समितियों की संयुक्त सुनवाई में कल गवाही देंगे। बुधवार को वे सदन की एक और समिति के समक्ष पेश होंगे। उन्होंने हालांकि ब्रिटेन सहित अन्य विदेशी समितियों के समक्ष पेश होने से इनकार कर दिया है। (भाषा)