अमेरिकी कांग्रेस की एक सुनवाई के दौरान सांसदों को बताया गया कि भारत अपने पड़ोसी चीन से पीछे होने के कारण अमेरिका जैसे देशों को व्यापक अवसरों की पेशकश कर एक बड़े लक्ष्य के साथ विकास में तेज गति हासिल करने के लिए 'तीव्र गति से' आगे बढ़ रहा है।
यूनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड, स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी के प्रोफेसर एवं डीन रॉबर्ट ओर ने कहा, 'भारत नवीकरणीय उर्जा जैसे कई क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है।'
रॉबर्ट ने कहा, 'सौर और पवन उर्जा को लेकर उनके (भारत के) बड़े लक्ष्य हैं। वे उन्हें पूरा कर रहे हैं। और वे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर निवेश आकर्षित करना जारी रखेंगे।
प्रधानमंत्री की स्मार्ट शहरों की उनकी पहल के अनेक आयाम हैं। लेकिन मेरा मानना है कि यह विकास और अर्थिक मोर्चे को लेकर एक रणनीतिक दृष्टि है।' उन्होंने कहा कि पिछले साल उन्होंने न्यूयॉर्क के पूर्व मेयर माइकल ब्लूमबर्ग के साथ भारत की यात्रा की थी और वहां के शीर्ष कारोबारी नेताओं से इस बारे में बात की कि वे जलवयु अैर अंतरिक्ष क्षेत्र में क्या करने जा रहे हैं।
उधर, हार्वर्ड के जाने माने अर्थशास्त्री माइकल ई पोर्टर ने आज जोर देकर कहा कि भारत में प्रगति के कई संकेत हैं तथा उसके पास 'जीतने' के लिए आवश्यक सभी तत्व हैं और 'वह जीतेगा।'
नीति आयोग ने ट्वीट की एक श्रृंखला में पोर्टर के हवाले से कहा, 'भारत के पास जीतने के लिए आवश्यक सब कुछ है, वह जीतेगा।' पोर्टर ने 'राष्ट्रों एवं क्षेत्रों की प्रतिस्पर्धा: नई अंतरदृष्टि' विषय पर तीसरे नीति व्याख्यान में कहा, 'समृद्धि प्रदर्शन के चार्ट पर भारत एक बहुत अच्छे स्थान पर है। हमें यहां प्रगति के कई संकेत दिखाई दे रहे हैं।'
उन्होंने कहा, 'भारत में जनधन आधार मोबाइल (जेएएम) मॉडल जैसी पहल भारत की आर्थिक नीति और विकास की प्रक्रिया में नए आयाम स्थापित कर रही हैं।' इससे पहले पोर्टर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। (भाषा)