वॉशिंगटन। अमेरिका ने पाकिस्तान के आतंकवादी समूहों के खिलाफ समुचित कार्रवाई में विफल रहने के कारण दी उसे दी जाने वाली 30 करोड़ डॉलर की सैन्य सहायता रद्द किए जाने का निर्णय लिया है। समाचार-पत्र द इंडिपेंडेंट ने रविवार को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल कोनी फॉकनर ने कहा है कि अगर अमेरिकी कांग्रेस से मंजूरी मिली तो रक्षा विभाग अब इस फंड का इस्तेमाल अपनी अन्य आवश्यक प्राथमिकताओं पर करेगा। कर्नल फॉकनर ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सलाह के बाद यह निर्णय लिया गया।
अमेरिका पाकिस्तान को बार-बार मदद करता रहा है, लेकिन बदले में उसे झूठ और धोखा ही मिला। रक्षा मंत्रालय मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता ने बताया कि इस वर्ष के प्रारंभ में भी अमेरिका ने पाकिस्तान की 50 करोड़ डॉलर की वित्तीय मदद रद्द कर दी थी। ट्रंप सरकार का मानना है कि पाकिस्तान उन चरमपंथियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है, जो पड़ोसी देश अफगानिस्तान में पिछले 17 सालों से जंग छेड़े हुए हैं।