- फ्रांस में भड़की हिंसा देश के दूसरे इलाकों में भी फैली
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राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इमरजेंसी मीटिंग कॉल की
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इमरजेंसी लगाने पर भी किया जा सकता है विचार
France Protest: फ्रांस में हिंसा, पत्थरबाजी और आगजनी चरम पर पहुंच गई है। मैक्रों सरकार स्थिति को कंट्रोल करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। इसी बीच सरकार ने हालातों को कंट्रोल करने के लिए हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। फ्रांस के पीएम ने कहा है कि इस दौरान इमरजेंसी लगाने से लेकर हर तरह के एंगल पर विमर्श किया जाएगा। बता दें कि हिंसा से सबसे ज्यादा असर पेरिस में हुआ है। यहां स्पेशल पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
क्या है मामला : बता दें कि फ्रांस में ट्रैफिक स्टॉप पर पुलिस ने एक 17 साल के लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद देशभर में हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी है। अभी तक 600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हाईलेवल इमरजेंसी मीटिंग बुला ली है। फ्रांसीसी प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने कहा है कि सरकार व्यवस्था बहाल करने के लिए सभी विकल्पों पर विचार कर रही है, जिसमें आपातकाल की घोषणा करना भी शामिल है। फ्रांस के गृहमंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने बताया कि गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक विरोध प्रदर्शन में कम से कम 600 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस हिंसा में 200 से अधिक फ्रांसीसी पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
बस और ट्राम सेवाएं बंद : पेरिस के कई क्षेत्रों में बस और ट्राम सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इस बीच, गृह मंत्रालय ने कहा कि उसने पेरिस में 5,000 सहित देश भर में 40,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया जाना है। मंगलवार की रात हुई हिंसा में करीब 40 कारें जला दी गईं और झड़पों में 24 पुलिस अधिकारी घायल हो गए। नाहेल इस साल फ्रांस में ट्रैफिक पर रोकने के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारा जाने वाला दूसरा व्यक्ति है। बता दें कि पिछले साल इस तरह से रिकॉर्ड 13 लोगों की मौत हुई थी।
आखिर फ्रांस में क्यों भड़की हिंसा : पेरिस के नानटेयर क्षेत्र में नाहेल एम को मंगलवार को एक पुलिस अधिकारी ने गोली मार दी थी। उसे पुलिस ट्रैफिक सिग्नल पर रोका गया था, लेकिन नाहेल ने ट्रैफिक पुलिस सिग्नल पर रुकने से इनकार कर दिया था और वहां से भागने लगा, ठीक इसी दौरान पुलिस ने उसे गोली मार दी। इसके बाद कई जगह हिंसा फैल गई। नैनटेयर में एक दीवार पर 'नाहेल के लिए बदला' लिखा हुआ भी नजर आया। नैनटेयर में एक बैंक में भी आग लगा दी गई। इसके बाद मृतक लड़के की याद में एक मार्च निकाला गया, जो हिंसक हो गया। इसके बाद पुलिस ने 15 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
कई शहरों में पुलिसबल तैनात : फ्रांस में कई शहरों में हिंसा फैल गई है। आलम यह है कि कई शहरों में भारी पुलिस बल तैनात किए गए है। हिंसा से सबसे ज्यादा पेरिस प्रभावित हुआ है। बीएफएमटीवी ने पेरिस पुलिस का हवाला देते हुए बताया कि उनमें से आधे से अधिक गिरफ्तारियां पेरिस क्षेत्र में हुईं। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, विरोध प्रदर्शन गुरुवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। हिंसा रोकने में मदद के लिए विशेष पुलिस बल को बोर्डो, ल्योन, रूबैक्स, मार्सेल और लिली शहरों में तैनात किया गया। फ्रांसीसी गृह मंत्रालय ने हिंसा को रोकने के लिए पेरिस और आसपास के शहरों में अतिरिक्त पुलिसबल को तैनात करने की भी मंजूरी दे दी है।
Edited by navin rangiyal