लाहौर। राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण ने गृह विभाग को पत्र लिखकर मुम्बई आतंकवादी हमले के मुख्य षड्यंत्रकर्ता हाफिज सईद की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने के लिए कहा है। प्राधिकरण ने दावा किया है कि एक विदेशी गुप्तचर एजेंसी ने उसकी हत्या की योजना बनाई है। एजेंसी ने सईद की हत्या के लिए एक प्रतिबंधित संगठन के दो सदस्यों को आठ करोड़ रुपए का भुगतान किया है।
इसमें पंजाब के गृह विभाग से कहा गया है कि वह जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद की पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करे। सईद आतंकवाद निरोधक कानून, 1997 के तहत 30 जनवरी से लाहौर में घर में नजरबंद है।
इस बीच पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार द्वारा जनवरी से मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद के साथ ऐहतियाती हिरासत में लिए गए उसके चार सहयोगी रिहा हो गए। अब्दुल्ला उबैद, मलिक जफर इकबाल, अब्दुल रहमान आबिद और काजी काशिफ हुसैन को रिहा किया गया क्योंकि न्यायिक समीक्षा बोर्ड ने उनकी हिरासत बढ़ाने से इंकार कर दिया।
पंजाब सरकार ने आतंकवाद रोधी कानून 1997 के तहत 31 जनवरी को सईद और उसके चार सहयोगियों को हिरासत में लिया था जिसे बाद में बढ़ा दिया गया। हालांकि पिछले दो बार उनकी हिरासत की अवधि लोक सुरक्षा कानून के तहत बढ़ाई गई।
गृह विभाग ने पिछले महीने हाफिज सईद की नजरबंदी 30 दिन (26 नवम्बर तक) के लिए बढ़ा दी थी। गृह विभाग इन चारों की हिरासत और बढ़ाने को लेकर बोर्ड को राजी नहीं कर पाया।