Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

उड़न तश्तरियां अबूझ हैं, पर यथार्थ हैं

उड़न तश्तरियां अबूझ हैं, पर यथार्थ हैं
webdunia

राम यादव

उड़न तश्तरियां कही जाने वाली वस्तुएं अमेरिका के आस-पास ही सबसे अधिक दिखाई पड़ती हैं, इसलिए स्वाभाविक है कि उनके रहस्य को लेकर अमेरिका में ही सबसे अधिक जिज्ञासा और किसी ख़तरे को लेकर सबसे अधिक चिंता भी है।  
 
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, 19 मई 2021 को, अमेरिकी टीवी चैनल CBS के 'लेट शो' कार्यक्रम में आमंत्रित थे। बड़े अच्छे मूड में थे। कार्यक्रम के प्रस्तोता जेम्स गॉर्डन ने भी उनसे वैसे ही हल्के अंदाज़ में पूछा कि आप UFO, यानी उड़न-तश्तरियों के बारे में क्या कहेंगे? उनका उत्तर थाः 'बात जब परग्रहीय एलियन्स की हो, तो कुछ ऐसी चीज़ें हैं जो मैं टेलीविज़न पर नहीं बता सकता... जब मैंने अपना पदभार संभला था, तब अपने स्टाफ़ के लोगों से पूछा था कि क्या यहां कोई पुस्तकालय भी है, जहां एलियंस के बारे में जानकारियां एकत्रित की जाती हैं? लोगों ने इधर-उधर खोजबीन की और कहा, 'नहीं सर!'
 
लेकिन, वाकई यह एक सच्चाई है –– इसे गंभीरता के साथ कह रहा हूं –– कि आकाश में देखी गई ऐसी चीज़ों की फ़िल्में और फ़ोटो हैं, जिनके बारे में हम सही-सही नहीं जानते कि वे क्या हैं। हम नहीं बता सकते कि वे चीज़ें कैसे चलती-फिरती हैं।' 
 
ओबामा के ही नाम से अब एक संग्रह है, जिसमें 3440 पृष्ठों वाली फ़ाइलें और 26,271 इलेक्ट्रॉनिक डेटासेट हैं। दिसंबर 2020 में अमेरिकी कांग्रेस ने – यानी सीनेट और प्रतिनिधि सभा ने निर्णय लिया कि रक्षा मंत्रालय पेंटागन और देश की गुप्तचर सेवाएं,180 दिनों के भीतर, 'अन-आइडेन्टिफ़ाइड एरियल फ़ेनॉमिना– UAP', अर्थात अबूझ हवाई प्रतिभासों के बारे में एक रिपोर्ट पेश करें। इसके लिए अमेरिकी रक्षामंत्रालय में एक विशेष 'टास्क फ़ोर्स' अर्थात कर्यदल गठित किया गया। उसे बताना था कि इन रहस्यमय चीज़ों से अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए किस प्रकार के ख़तरे पैदा हो सकते हैं।
 
पहली रिपोर्ट : रिपोर्ट का एक भाग 25 जून 2021 को प्रकाशित भी कर दिया गया। इस नयी नीति का कारण यह बताया गया कि पिछले 20 वर्षों में, मुख्यतः अमेरिकी वायुसेना और नौसेना के विमान चालकों ने, लगभग 120 ऐसे मामले देखे और सुनाए हैं, जो बहुत ही रहस्यमय थे। विमान चालकों का कहना था कि उन्होंने जो चीज़ें देखीं, वे बिना किसी इंजन या धुंए आदि के, हवा में घंटों उड़ती-मंडराती रहीं। 
 
कभी-कभी तो वे ध्वनि से भी अधिक तेज़ गति के साथ 9 हज़ार मीटर से भी अधिक ऊंचाई पर उड़ती देखी गईं। कार्यदल ने अपना ध्यान उन अवलोकनों पर केंद्रित किया था, जो 2004 से 2021 के बीच हुए थे। अधिकतर को राडार तकनीक, इन्फ्रारेड (अवरक्त) किरणों, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल (विद्युत-प्रकाशीय) उपकरणों, हथियार-टोही सेंसरों और आंखों से प्रत्यक्ष देखने जैसे कई तरीकों द्वारा दर्ज किया गया था। 
 
इन अबूझ चीजों को 'अन-आइडेन्टिफ़ाइड फ्लायिंग ऑब्जेक्ट– UFO' कहने के बदले एक नया नाम UAP, यानी 'अन-आइडेन्टिफ़ाइड एरियल फ़ेनॉमिना' दिया गया है। ऐसा इसलिए, क्योंकि 'अन-आइडेन्टिफ़ाइड एरियल फ़ेनॉमिना– UAP' और 'अन-आइडेन्टिफ़ाइड फ्लायिंग ऑब्जेक्ट– UFO' के बीच बहुत-सी समानताएं होते हुए भी एक बड़ा अंतर है। UFO यानी 'अबूझ उड़नशील वस्तुएं' उड़न तश्तरियों जैसी वे रहस्यमय चीज़ें हैं, जो सामान्य लोग देखते हैं और कभी-कभी किसी कैमरे से उनके फ़ोटो भी ले लेते हैं।
 
क्या हैं UAP : UAP  यानी 'अबूझ हवाई प्रतिभास' ऐसे अवलोकन हैं, जिन्हें अमेरिकी सैनिक, किसी सामान्य कैमरे के अलावा राडार से की गई निरंतर निगरानी, इन्फ्रारेड कैमरे से ली गई तस्वीरों तथा अन्य आधुनिक उपकरणों द्वारा प्रमाण के तौर पर जुटाते हैं। अमेरिकी नौसेना और वायुसेना ने UAP अवलोकनों को दर्ज करने का एक साझा मानदंड बनाया है, क्योंकि उन्हें हवाई उड़ानों की सुरक्षा के लिए एक ख़तरा और अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है।
 
2020 में गठित कार्यदल ने 21 बयानों में 18 ऐसे अवलोकनों का वर्णन पाया, जिन में UAP वर्ग की उड़नशील चीज़ों की उड़ान का पैटर्ऩ बहुत ही अज़ीबोग़रीब था। वे हवा में स्थिर रहीं, हवा बहने की उल्टी दिशा में उड़ने लगीं, अपनी दिशा अचानक बदल दी या बिना किसी इंजन-प्रणोदन के अपनी गति अविश्वसनीय ढंग से तेज़ कर दी। कुछ थोड़े-से मामलों में सेना के विमानों वाले उपकरणों ने उनकी रेडियो फ्रीक्वेंसी की ऊर्जा को भी दर्ज किया।
 
देखने में यह भी आ रहा है कि आजकल के प्रमुख अमेरिकी राजनेता, किन्हीं दूसरे अज्ञात ग्रहों पर बुद्धिमान प्राणी होने की संभावना को, अतीत के नेताओं की अपेक्षा गंभीरता से लेते हैं। इसी कारण यह संभव हुआ कि अप्रैल 2020 में, रक्षा मंत्रालय ने तीन ऐसे वीडियो जारी किए, जो कि अमेरिकी नौसेना के विमान चालकों ने बनाए थे और जो कुछ साल पहले इंटरनेट पर लीक हो गए थे।
 
एक प्रेस विज्ञप्ति के द्वारा पेंटागन ने कहा कि वीडियो पूरी तरह सच्चे हैं, पर उनमें जो प्रघटनाएं दिखाई पड़ती हैं, उन्हें 'पहचाना नहीं जा सका।' पहला वीडियो 14 नवंबर 2004 का है। दूसरा और तीसरा 21 जनवरी 2015 का है। तीनों वीडियो जारी करने के चार ही महीने बाद, अगस्त 2020 में, 'अन-आइडेन्टिफ़ाइड एरियल फ़ेनॉमिना' की अलग से जांच के लिए UAP-कार्यदल का गठन किया गया था। 
 

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

हिंदी साहित्‍य की 10 ऐसी क्‍लासिक किताबें जिन्‍हें पढ़ना ही चाहिए