फ्लोरेंस तूफान के अमेरिका के कैरोलिना में पहुंचने से शुक्रवार को कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक महिला और उसका बच्चा भी शामिल है। हालांकि स्पष्ट नहीं हुआ है कि ये मौतें तूफान से हुई हैं या अन्य किसी कारण से। अमेरिका के पूर्वी राज्यों में इस तूफान के चलते मूसलधार बारिश हो रही है।
नदियां उफान पर हैं। ट्रेंट और नियूज नदियों के संगम पर स्थित उत्तरी कैरोलिना के न्यू बर्न कस्बे में तीन मीटर की दूरी तक तूफान के बढ़ने से सैकड़ों लोग अपने घरों में फंस गए हैं। इन लोगों को निकालने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। न्यू बर्न कस्बे की आबादी 30,000 है। खबरों के मुताबिक करीब 10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
नेशनल हेरिकेन सेंटर (एनएचसी) ने स्थानीय समयानुसार रात आठ बजे फ्लोरेंस को उष्णकटिबंधीय तूफान में बदला हुआ बताया, लेकिन अधिकारियों के मुताबिक खतरा अभी भी कम नहीं हुआ है। उत्तरी कैरोलिना के गवर्नर रॉय कूपर ने कहा कि अभी कई और दिन बारिश होने की आशंका है।
कूपर ने तूफान से होने वाली बारिश को 'हजारों वर्षों में होनी वाली घटना' बताया। उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते तक हमारी नदियों का उफान पर रहना जारी रहेगा और इससे भी ज्यादा बाढ़ आएगी। तूफान में तीन लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और कई अन्य की जांच की जा रही है कि वे तूफान में हुई मौतें हैं या नहीं।
उन्होंने बताया कि न्यू हेनोवर काउंटी में मारे गए मां और बच्चे की मौत उनके घर पर पेड़ गिरने से हुई और एक व्यक्ति की मौत लेनॉइर काउंटी में जेनरेटर चलाते वक्त हुई। स्थानीय अधिकारियों ने पेंडर काउंटी में एक अन्य मौत की भी खबर दी है जहां गिरे पेड़ों की वजह से एक बीमार महिला तक आपात सेवाएं नहीं पहुंच पाईं। व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले हफ्ते तूफान प्रभावित इलाकों का दौरा कर सकते हैं जब यह निर्धारित कर लिया जाएगा कि उनके दौरे की वजह से राहत या बचाव कार्य प्रभावित नहीं होंगे। (एजेंसियां)