इस्लामाबाद। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान ने अपने पहले बयान में कश्मीर का मसला उठाते हुए इसे दोनों देशों की बीच संबंधों का अहम मुद्दा करार दिया है। खान ने गुरुवार को कहा कि वे पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंधों के हिमायती हैं।
उन्होंने कहा कि वे भारत के साथ अच्छे संबंध रखना चाहते हैं और आपसी समस्याओं को बातचीत से हल करने के पक्षधर हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर दोनों देशों के बीच अहम मुद्दा है।
क्रिकेटर से राजनेता बने खान ने जहां कश्मीर समस्या बातचीत से हल करने की बात की, वहीं उन्होंने पाकिस्तान अन्य नेताओं की तरह कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन होने का आरोप भी मढ़ दिया।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में जो कुछ हो रहा है उसके लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया जाता है इसी तरह ब्लूचिस्तान में जो कुछ होता है उसके लिए पाकिस्तान भारत को दोषी ठहराता है। एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला बंद होना चाहिए और दोनों देश बातचीत से आपसी मसलों को हल करें।
उन्होंने कहा कि भारत यदि एक कदम बढ़ाता है तो वह दो कदम बढ़ाने को तैयार हैं। खान ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच अच्छे संबंध इस उप महाद्वीप के हित में हैं। भारत के साथ और बेहतर कारोबारी रिश्ते बनाए जाने पर जोर देते हुए खान ने कहा कि कश्मीरी लंबे समय से पीड़ित रहे है।
उन्होंने कहा कि हमें कश्मीर समस्या का हल आमने - सामने बैठकर करना होगा। यदि भारत का नेतृत्व इसका इच्छुक है तो दोनों देश इस समस्या का हल मिल बैठकर कर सकते है। यह उप महाद्वीप के लिए बेहतर होगा।
उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया ने हाल ही में जिस तरह से उन्हें पेश किया उससे मुझे धक्का लगा। खान ने कहा कि वह उन पाकिस्तानियों में एक है जो भारत के साथ अच्छे रिश्ते के हिमायती है।
उन्होंने कहा कि हम यदि गरीबी मुक्त उपमहाद्वीप चाहते हैं तो हमें अच्छे रिश्ते और व्यापार समझौते करने होंगे। अफगानिस्तान में शांति की वकालत करते हुए इमरान खान ने कहा कि यह क्षेत्र की बेहतरी के लिए अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अमन होगा तो पाकिस्तान में भी अमन होगा।