कोलंबो। श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के दिन हुए सिलसिलेवार 8 धमाकों में दो मुस्लिम भाइयों ने दो होटलों में आत्मघाती आतंकी हमलों को अंजाम दिया था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। द्वीप देश में हुए सिलसिलेवार विस्फोटों में 320 से अधिक लोग मारे गए हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कोलंबो के एक संपन्न मसाला कारोबारी के दो बेटों ने राजधानी स्थित शांगरी-ला और सिनमन ग्रांड होटलों में रविवार को उस समय खुद को विस्फोटकों से उड़ा लिया था जब अतिथि नाश्ते के लिए कतार में लगे थे। सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि एक चौथे होटल को भी निशाना बनाया गया, लेकिन हमला विफल हो गया।
इस संबंध में एक जांच अधिकारी ने कहा कि दोनों मुस्लिम भाई 27-29 साल की उम्र के थे। दोनों के नामों का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि तीन होटलों और तीन गिरजाघरों पर भीषण हमलों में शामिल अन्य आतंकी हमलावरों से इन दोनों भाइयों का क्या संबंध था।
अधिकारी ने बताया कि दोनों भाई इस्लामी चरमपंथी संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) के प्रमुख सदस्य थे। सरकार ने हमलों के लिए इसी संगठन को जिम्मेदार बताया है।
अधिकारियों ने बताया कि एक चौथे होटल पर भी हमले की योजना बनाई गई थी। हमले से एक दिन पहले एक हमलावर संबंधित होटल में पहुंचा था और अपना पता दिया था।
उन्होंने बताया कि वह घटनास्थल पर था, लेकिन उसने विस्फोटकों में धमाका नहीं किया। यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोटक फट नहीं पाया या फिर किसी कारण से हमलावर ने खुद ही विस्फोट नहीं किया।
शांगरी ला होटल में विस्फोट के बाद चौथे होटल के स्टाफ को संबंधित व्यक्ति पर शक हुआ और राजधानी के पास एक जगह उसका पता लगा लिया गया। पुलिस से सामना होने पर इस व्यक्ति ने खुद को विस्फोटकों से उड़ा लिया जिसमें दो राहगीर भी मारे गए।